DU College Reopen: दिल्ली विश्वविद्यालय की केंद्रीय लाइब्रेरी जल्द ही खुलने वाली है। लाइब्रेरी को लेकर जरूरी दिशा निर्देश तैयार हैं और लाइब्रेरी प्रशासन ने इसकी तैयारी भी कर ली है बस डीयू के आदेश का इंतजार है। हालांकि अभी मात्र 175 लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि लाइब्रेरी खोलने की मांग छात्र काफी पहले से कर रहे हैं। अधिकांश परास्नातक अंतिम वर्ष व शोधार्थियों को लाइब्रेरी नहीं खुलने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
डीयू में नवनियुक्त लाइब्रेरियन डा.राजेश सिंह ने बताया कि हमारी तैयारी पूरी है। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए यहां पर सीमित छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। जिस तरह मेट्रो में प्रवेश से पहले सभी प्रक्रिया की जाती है वही प्रक्रिया यहां भी अपनाई जाएगी। छात्रों के सेनेटाइजर, मास्क की जांच के अलावा लाइब्रेरी में प्रवेश से पहले उनका तापमान मापा जाएगा। उनको सेनेटाइजर भी दिया जाएगा। उसके बाद ही लाइब्रेरी में प्रवेश दिया जाएगा।
400 छात्रों की क्षमता लेकिन 175 को ही दिया जाएगा प्रवेश
डा. राजेश सिंह ने बताया कि नार्थ कैंपस स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी में लगभग 400 छात्रों के बैठने की व्यवस्था है लेकिन यहां अभी 175 लोगों को ही बैठने की अनुमति दी जाएगी। शोधार्थियों को द्वितीय तल पर तथा परास्नातक के छात्रों को प्रथम तल पर बैठने की व्यवस्था है। यहां आने वाले छात्रों को यह निर्देश होगा कि यदि उनमें किसी तरह से कोविड-19 के लक्षण हैं तो वह यहां न आएं।
पहले विभागों के शिक्षक व शोधार्थियों को मौका
नार्थ कैंपस की सेंट्रल लाइब्रेरी पहले विभाग के शिक्षकों तथा शोधार्थियों के लिए खोली जाएगी। उसके बाद दूसरे लोगों को मौका दिया जाएगा। निर्धारित संख्या पूरी हो जाने पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
चरणबद्ध तरीके से खुलेगी
डीयू में नार्थ व साउथ कैंपस मिलाकर कई लाइब्रेरी है। इन सभी लाइब्रेरी को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। मुख्य लाइब्रेरियन डा.राजेश सिंह ने बताया कि सबसे अधिक परेशानी शोधार्थियों व अंतिम वर्ष के छात्रों हो रही है। इसलिए उनके लिए पहले सेंट्रल लाइब्रेरी खोली जाएगी उसके बाद बाकी लाइब्रेरी खोली जाएगी।
1 फरवरी से अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए खुलेंगे कॉलेज
डीयू ने पूर्व में ही इस बात की पुष्टि की है कि 1 फरवरी से स्नातक व परास्नातक अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए विश्वविद्यालय व कॉलेज खोलने की योजना है। इसके लिए जरूरी दिशा निर्देश कॉलेजों को जारी किए जा चुके हैं। कॉलेज व विभाग ने भी अपने यहां एक समिति बनाकर इसे सुचारू रूप से लागू करने को लेकर तैयारी कर ली है।