मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 19 मार्च को सरकार के कार्यकाल के चार वर्ष पूरे होंगे। चार वर्ष पूरा होने तक हम चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दे सकेंगे। 3.75 लाख युवाओं को नौकरी दे चुके हैं, शेष प्रक्रिया में हैं। मुख्यमंत्री मंगलवार को माध्यमिक शिक्षा विभाग में 436 प्रवक्ताओं व सहायक अध्यापकों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हम लगातार भर्तियां कर रहे हैं। हमारी चयन प्रक्रिया बहुत पारदर्शी है। भर्तियों की प्रक्रिया पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। कहां पेपर बन रहा, कितने सेट बन रहे हैं, सेंटर कहां बन रहा, इसकी जानकारी हमारे पास नहीं होती, परीक्षा नियंत्रक के पास होती है। जहां भी जानकारी लीक होती है वहां कठोरतम कार्रवाई होती है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में भी हमने संभावनाएं तलाशी हैं। 15 लाख लोगों को निजी क्षेत्रों में प्रत्यक्ष रोजगार दिया और डेढ़ करोड़ नौजवानों को रोजगार से जोड़ा है।
शिक्षकों को सीख देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे शिक्षण संस्थानों की स्थिति ऐसी होनी चाहिए जहां विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास हो। दुनिया भर के अच्छे संस्थानों ने तकनीक को अपनाया है। वहां का शिक्षक पार्टटाइम जॉब नहीं करता, पक्की नौकरी नहीं होती। वह संविदा पर काम करता है लेकिन वह तीन या चार घंटे की ड्यूटी न कर 24 घंटे उपलब्ध रहता है। अपने विद्यार्थियों की जिज्ञासा के प्रति जागरूक रहता है। यदि आप इस दिशा में आगे बढ़ेंगे तो बहुत बड़ा काम कर पाएंगे। उन्होंने शिक्षकों को सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी रखने की सीख दी और कहा कि स्वच्छता, स्वदेशी व स्वालम्बन की दिशा में काम किया जाए तो हम बहुत आगे जाएंगे। उन्होंने सभी शिक्षकों से चौरी चौरा घटना के 100 वर्ष पूरा होने पर खास कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए।
अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने कहा कि प्रवक्ता पद के लिए अधियाचन 2014-2015 में गए थे। हम इन्हें पांच साल बाद नियुक्ति पत्र दे रहे हैं। वहीं हमने पदस्थापन का काम बिना किसी विभागीय हस्तक्षेप के किया है। 2018 में 10 हजार से ज्यादा पदों पर अधियाचन भेजा था। इनमें से 3555 पदों पर परिणाम आ चुके हैं। लगभग सात हजार पदों का परिणाम घोषित होना है। कार्यक्रम में राज्यमंत्री गुलाब देवी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में छह शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया।
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा में सम्बद्धता, प्रमाणपत्र, केन्द्र निर्धारण, रिजल्ट ऑनलाइन दे रहे हैं। नई तकनीक को हर चीज से जोड़ रहे हैं। ज्ञान गंगा व स्वयंप्रभा के माध्यम से शिक्षा दे रहे हैं। हमारी बोर्ड परीक्षाएं समय से होगी। पदस्थापन में हमने आकांक्षी जिलों को प्राथमकिता दी है। सेना के जवानों के परिजनों, विकलांगों को भी वरीयता दी है।