भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि लालू प्रसाद को न जनता की अदालत पर भरोसा है और न ही न्यायपालिका पर भरोसा है। इसलिए वे हमेशा तांत्रिकों-बाबाओं के सम्पर्क में रहते हैं।
सोमवार को सुशील मोदी ने कहा कि चारा घोटाला में सजायाफ्ता राजद प्रमुख ने आधी सजा भी जेल में नहीं काटी, इसलिए कोर्ट ने जमानत की अर्जी खारिज कर दी। उनकी पार्टी के अनुभवहीन वंशवादी उत्तराधिकारियों को जनता ने लगातार दो चुनावों में नकार दिया। वे तांत्रिक से पूछ कर कुर्ते का रंग तय करते हैं, लेकिन यह नहीं पूछते कि किसी गरीब को कुली-चपरासी की नौकरी देने के बदले उसकी जमीन लिखानी चाहिए या नहीं।
सुशील मोदी ने कहा कि 2019 के संसदीय चुनाव में राजद का खाता नहीं खुला और 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी छह सीटें गंवा कर 75 सीट पर आ गई। किसी भी हथकंडे से सत्ता पाने की बेचैनी ने उन्हें जनादेश स्वीकार नहीं करने दिया। वे कभी विधायक तोडने तो कभी किसी दल को झूठे आफर देने का पासा फेंकने लगे। अब लालू-राबडी एक तरफ नास्तिक वामपंथियों के सेक्यूलर-प्रगतिशील दोस्त हैं, तो दूसरी तरफ बाबाओं के चरणपूजक अंधभक्त। लालू प्रसाद का दोहरा चरित्र सबके सामने है।
तेजस्वी बिहार की जनता को कीड़े-मकोड़े कह कर अपमानित करना बंद करें: BJP
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बार-बार बिहार की जनता को अपमानित करना बंद करें। वे अपनी करारी हार का खुन्नस बिहार की जनता से नहीं निकालें। सोमवार को जारी बयान में प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि वे कभी भिखारी कहते हैं, तो कभी बिहार की जनता की तुलना कीड़े-मकोड़े से करते हैं। ऐसे बयानों के लिए बिहार के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। राजद और दूसरे विपक्षी दलों की हार तो सिर्फ ट्रेलर है। इनकी राजनीतिक जमीन बंजर हो जाएगी। ऐसा लगता है मानों सुशासन की सरकार में भी वे जंगलराज की जाप करना नहीं भूलते उन्हें अगर अपनी सियासत जीवित रखनी है तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से सेवा भाव की सीख लेनी चाहिए।