आईएएस अधिकारी लव अग्रवाल के छोटे भाई का शव फैक्ट्री के पास मिला

आईएएस अफसर लव अग्रवाल के छोटे भाई अंकुर अग्रवाल (45) का शव सोमवार को सहारनपुर में उनकी फैक्ट्री के पास खेत में पड़ा मिला। अंकुर दोपहर से लापता थे। शरीर पर गोली लगी हुई है। खुदकुशी की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल आत्महत्या का कारण पता नहीं चला है।

पुलिस के मुताबिक थाना सदर बाजार क्षेत्र के ग्रीन पार्क निवासी महानगर के प्रतिष्ठित सीए केजी अग्रवाल के सबसे छोटे बेटे अंकुर अग्रवाल (45) की पिलखनी इंडस्ट्रियल एरिया में प्रथम मैटल इंडस्ट्रीज के नाम से फैक्ट्री है। सबसे बड़े बेटे आईएएस लव अग्रवाल हैं। वह फिलहाल केन्द्र सरकार में स्वास्थ्य विभाग में संयुक्त सचिव हैं। दूसरे नंबर के बेटे कुश अग्रवाल दुबई में रहते हैं।

सोमवार करीब 11 बजे अंकुर अग्रवाल अपनी कार से फैक्ट्री के लिए निकले थे। वह फैक्ट्री पहुंचे और वहां से एक कर्मचारी को बुलाकर गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद इंडस्ट्रियल एरिया में मौजूद एक फैक्ट्री में जाने की बात कही। कुछ दूर चलने पर उन्होंने कार को कर्मचारी के हाथ वापस कर दिया। साथ ही कहा कि वह कुछ देर बाद आ रहे हैं।

उधर, काफी देर तक जब अंकुर अग्रवाल नहीं आए तो उनके मोबाइल नंबर पर काल की गई, लेकिन काल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद फैक्ट्री से परिजनों को सूचना दी गई। परिजनों ने भी लगातार उनसे संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन काफी देर तक जब मोबाइल रिसीव नहीं हुआ तो परिजनों फैक्ट्री पहुंच गए। वहां पर कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी।

थाना सरसावा और कुतुबशेर पुलिस ने आस-पास उनकी तलाश की। एसओ सरसावा प्रवीण कुमार ने बताया कि अंकुर अग्रवाल का शव फैक्ट्री के पास ही एक खेत में उनका शव मिला। घटनास्थल से लग रहा था कि अंकुर ने अपनी कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या की थी। शव के पास ही लाइसेंसी पिस्टल पड़ा मिला। पुलिस के मुताबिक परिजनों ने पोस्मार्टम कराने से इंकार कर दिया।

अंकुर अग्रवाल का शव फैक्ट्री के पास ही मिला है। शव के पास से ही लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद किया गया, लेकिन पुलिस को अभी तक अंकुर अग्रवाल का मोबाइल फोन नहीं मिला है। पुलिस ने आस-पास के इलाके में छानबीन की। लेकिन, उनके मोबाइल फोन को बरामद नहीं किया जा सका।

एसएसपी डॉ. एस चनप्पा के अनुसार कारोबारी अंकुर अग्रवाल ने अपने लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या के पीछे क्या वजह रही, इसकी जांच कराई जा रही है। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया है। शव का पंचनामा कर परिजनों को सौंप दिया गया।