पीड़ित महिलाओं को राहत, समस्याओं का निस्तारण तीन दिन में होगा

-महिला कल्याण विभाग ने वन स्टॉप सेंटर की टीम को दिए निर्देश

-घरेलू हिंसाओं की शिकायत आने पर काउंसलिंग कर तीन दिन में होगा निस्तारण

-जिन मामलों में नहीं होगा समझौता उन्हें थाना या फैमिली कोर्ट में ट्रांसफर किया जाएगा

गाजियाबाद। अब महिलाओं से जुड़ी घरेलू और बाहरी हिंसा की शिकायत ज्यादा दिनों तक लंबित नहीं रहेगी। महिला कल्याण विभाग हर शिकायत का निस्तारण तीन दिन के अंदर ही कराएगा। इससे महिलाओं के साथ होने वालीं हिंसाओं को समय रहते रोका जा सकेगा। जनपद में रोजाना महिलाओं के साथ छेड़छाड़, मारपीट समेत विभिन्न शिकायतें वन स्टॉप सेंटर में आती हैं, जिनका समाधान करने में कई बार ज्यादा समय लग जाता है। इससे उनके साथ बड़ी घटना घटित होने की आशंका बनी रहती है। लेकिन अब महिलाओं और बालिका से जुड़ी शिकायतों का तुरंत संज्ञान लेकर तीन दिन में निस्तारण किया जाएगा। क्योंकि कई बार एक मामले का समझौता कराने में कई दिन का समय लग जाता है। यहां तक कि महीनों लग जाते हैं। इससे महिलाओं को न्याय मिलने में भी समय लग जाता है। जिला महिला कल्याण अधिकारी विकास चंद्रा ने बताया कि विभाग में घरेलू हिंसा से जुड़ी कोई भी शिकायत आने पर संबंधित टीम को तुरंत मौके पर भेजा जाएगा। जहां पूरे मामले की जांच की जाएगी। सबसे पहले मौके पर ही शिकायत का निस्तारण कराने की कोशिश की जाएगा। अगर दोनों पक्ष आपस में समझौता नहीं करते हैं तो उस मामले की तीन दिन तक काउंसिलिंग की जाएगी, जिसमें उन्हें परिवार टूटने से होने वाले नुकसान और कानून के बारे में समझाया जाएगा। काउंसलिंग के बाद भी अगर मामले का निस्तारण नहीं होता है तो महिला के माध्यम से संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। या फिर फैमिली कोर्ट में मामले को ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

समझौता होने वाले मामलों का किया जाएगा फॉलोअप

घरेलू मामलों में महिला का पति या ससुरालीजनों के बीच समझौता होने पर मामले का फॉलोअप तीन माह तक किया जाएगा। इस दौरान यह देखा जाएगा कि महिला का फिर से उत्पीड़न तो नहीं किया जा रहा है। महिला के पति व उसके घर वालों ने जिन बातों को लेकर समझौता किया था फिर से महिला को परेशान तो नहीं कर रहा है। इस दौरान अगर इस तरह का कोई भी मामला आता है तो एक बार फिर से काउंसलिंग की जाएगी। लगातार कई बार समझौता कराने के बाद भी महिला के साथ बार-बार अपराध करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि रोजाना 10 से 12 शिकायत आती हैं, जिनमें से चार से पांच मामलों में ही समझौता आसानी से हो जाता है।

वन स्टॉप सेंटर में आने वालीं घरेलू और बाहरी हिंसाओं की शिकायतों का निपटारा तीन दिन में किया जाएगा। जिन मामलों में समझौता नहीं होगा उनमें मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा रोकना विभाग की प्राथमिकता है।

-विकास चंद्र, जिला महिला कल्याण अधिकारी।