अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की टीम ने भारतीय मूल की समीरा फाजिली को व्हाइट हाउस में नेशनल इकनॉमिक काउंसिल का डेप्युटी डायरेक्टर नामित किया है। यह काउंसिल आर्थिक नीति-निर्माण प्रक्रिया का समन्वय करती है और अमेरिकी राष्ट्रपति को सलाह प्रदान करती है। फाजिली कश्मीर मूल की ऐसी दूसरी भारतीय-अमेरिकी हैं जिन्हें बाइडन प्रशासन में एक महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया है। हालांकि, फाजिली अमेरिका में कश्मीर मुद्दे पर भारत विरोधी प्रदर्शनों में शामिल रही हैं।
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को मोदी सरकार की ओर से अगस्त 2019 में निष्प्रभावी किए जाने के बाद अमेरिका में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया था, जिसमें फाजिली की अहम भूमिका थी। वह 'स्टैंड विद कश्मीर' का समर्थन करती रही हैं, जोकि हिंसक इस्लामी और आतंकवादी घटनाओं का समर्थन करने वाला संगठन है।
अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद यह मंच अमेरिका में भारत विरोदी मुहिम का केंद्र बन गया था। वैसे तो इस संगठन से जुड़े शिक्षाविद और अन्य लोग कश्मीरियों के लिए आत्मनिर्णय की वकालत करते हैं, लेकिन संगठन की मंशा सिर्फ इतनी नहीं है। यह मंच भारतीय जवानों और नागरिकों की हत्या करने वाले आतंकियों का समर्थन करता रहा है। अमेरिका में वैसे तो यह संगठन कश्मीर मुद्दे पर सेमिनार और प्रदर्शन का आयोजन करता दिखता है, लेकिन इसका अजेंडा पूरी तरह भारत विरोधी और आतंकियों के समर्थन वाला रहा है।
ऐसे में जहां एक तरफ भारतीय मूल के करीब 20 लोगों के बाइडेन प्रशासन में नियुक्ति को लेकर देश में खुशी जाहिर की जा रही है तो समीरा फाजिली की ताकत बढ़ना चिंता का सबब बन सकता है। वैसे तो ओबामा-बाइडेन प्रशासन में भी फाजिली काम कर चुकी हैं और तब वह इस काउंसिल में सीनियर पॉलिसी अडवाइजर थीं, लेकिन अब वह डेप्युटी डायरेक्टर बनाई गई हैं। जाहिर है कि फाजिली पहले से अधिक प्रभावशाली हो गई हैं। वह येल लॉ स्कूल में लेक्चरर भी रह चुकी हैं।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने प्रशासन में अहम पदों पर 13 महिलाओं समेत कम से कम 20 भारतीय-अमेरिकियों को नामित किया है। इन 20 भारतीय-अमेरिकियों में से कम से कम 17 लोग शक्तिशाली व्हाइट हाउस में अहम पद संभालेंगे। अमेरिका की कुल आबादी का एक प्रतिशत भारतीय-अमेरिकी हैं और इस छोटे समुदाय से किसी प्रशासन में पहली बार इतनी अधिक संख्या में लोगों को नियुक्त किया जाएगा।
बाइडन 20 जनवरी को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे और इसी दिन कमला हैरिस शपथ ग्रहण करके देश की पहली महिला उपराष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालेंगी। हैरिस अमेरिका में भारतीय मूल की पहली उपराष्ट्रपति होंगी। वह यह कार्यभार संभालने वाली पहली अफ्रीकी-अमेरिकी भी होंगी। यह पहली बार है, जब शपथ ग्रहण समारोह से पहले किसी राष्ट्रपति के प्रशासन में इतनी अधिक संख्या में भारतीय-अमेरिकियों को नामित किया गया है। बाइडन के प्रशासन में अब भी कई पद रिक्त हैं।
व्हाइट हाउस में पहली बार ऐसे दो भारतीय-अमेरिकियों को स्थान दिया गया है, जो मूल रूप से कश्मीर से संबंध रखते हैं। इनमें आयशा शाह को व्हाइट हाउस कार्यालय की डिजिटल रणनीति की 'पार्टनरशिप मैनेजर और समीरा फाजली को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रीय आर्थिक परिषद् की उप निदेशक नामित किया गया है। व्हाइट हाउस राष्ट्रीय आर्थिक परिषद में एक अन्य भारतीय अमेरिकी भारत राममूर्ति को उपनिदेशक नियुक्त किया गया है।