समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि देश के अन्नदाता की मौतें विचलित कर देने वाली अत्यंत दुःखद घटनाएं है। शहीद किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन असंवेदनशील भाजपा सरकार टस से मस नहीं हो रही है। किसान अपने भविष्य को बचाने के लिए अपनी जान दे रहा है लेकिन भाजपा नेतृत्व अपने बेतुके तर्कों एवं झूठे तथ्यों से काले कृषि कानून थोपना चाहती है।
अखिलेश यादव ने रविवार को किसान आंदोलन में तीन दर्जन किसानों की मृत्यु पर गहरा शोक जताते हुए उनके संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। श्री यादव ने कहा कि घने कोहरे और ठण्ड में किसान लगातार हक और इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं लेकिन सत्ताधारी हृदयहीन बने बैठे है। भाजपा जैसा सत्ता का इतना दम्भ एवं इतनी निष्ठुरता अब तक कभी देखी नहीं गई। बेहतर होगा भाजपा सरकार चंद अमीर मित्रों के फायदे के लिए पूरे देश के किसान को न ठगे, कृषि कानूनों को वापस ले। किसान ही इस सरकार को सड़क पर ले आएंगे।
अखिलेश ने कहा झूठ और धोखा भाजपा सरकार की आदत में शुमार हैं। किसानों को लागत से ड्योढ़ा मूल्य दिलाने, सन् 2022 तक आय दुगनी करने का वादा करने वाले इन्हें तो भूल गए, गन्ना किसानों को बकाया भी नहीं दे रहे हैं, न्यूनतम समर्थन मूल्य को अनिवार्य किए जाने की मांग पर भी चुप्पी मारे बैठे हैं। उत्तर प्रदेश में तो योगी सरकार ने किसानों को घरों में कैद करने के अलावा पुलिस और प्रशासन के अफसरों को भेजकर डराने धमकाने का अलोकतांत्रिक काम भी किया है। साफ है कि सरकार किसान आंदोलन को लेकर गम्भीर नहीं है और वह हल चाहती ही नही है लेकिन किसान जागरूक है और वह भाजपा के बहकावे में आने वाला नहीं है।