अब ट्रेनों में पहले की तरह रेलयात्रियों को मिलेगा मनपसंद खाना, कब से शुरू हो रही ई-कैटरिंग सेवा
food in train

फरवरी से ट्रेन में फिर ई-कैटरिंग सेवा शुरू होगी। यात्री रेल सफर के दौरान एक बार फिर से अपने मनपसंद ब्रांड का खाना मंगा सकेंगे। इसके लिए भारतीय रेलवे खानापान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) पूरी तैयारी कर ली है।

मार्च 2020 में कोरोना महामारी के चलते ट्रेन में खानपान सेवा बंद कर दी गई थी। जून 2020 से विशेष ट्रेनें तो शुरू की गई लेकिन खानपान सेवा सीमित स्तर पर शुरू की गई है। पेंट्री कार सेवा अभी भी बंद है। इससे राजधानी, शताब्दी, हमसफर सहित लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों में सफर करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली सहित दिल्ली के अन्य रेलवे स्टेशनों से फिलहाल राजधानी, शताब्दी, हमसफर सहित 80 से अधिक ट्रेन का परिचालन हो रहा है। इन सभी रेलगाड़ियों को विशेष ट्रेन का दर्जा दिया गया है। जरूरत के अनुसार इनकी संख्या बढ़ रही है। आईआरसीटीसी की कोशिश इन सभी ट्रेन में ई-कैटरिंग की सेवा शुरू करने की है। बता दें यात्रियों के लिए मैकडी, हल्दीराम समेत 14 नामी ब्रांड का खाने-पीने का सामान उपलब्ध होता है।

ट्रेन क्यों होती है लेट? रेलवे अफसर खुद यात्रा कर जानेंगे कारण
देरी से चल रहीं ट्रेनों का समय पालन सुधारने के लिए अब रेलवे अधिकारी खुद इनमें सफर करेंगे। सफर के दौरान देरी के कारणों को चिन्हित कर उसे सुधारने का प्रयास किया जाएगा। दिल्ली के अलग-अलग स्टेशनों से चलने वाली 12 ट्रेनों को इसकेे लिए चिन्हित किया गया है। मंगलवार को दिल्ली मंडल रेल प्रबंधक ने रेलगाड़ियों के समय पालन को लेकर बैठक की। जिसमें सामने आया कि कुछ ट्रेन लगातार देरी से चल रहीं हैं। इसके के बाद यह निर्देश दिए गए हैं।

पहले चरण में यह अभियान सात दिन (20 से 27 जनवरी) तक चलेगा। अधिकारी नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली व हजरत निजामुद्दीन समेत अलग-अलग स्टेशन से चलने वाली मेल व एक्सप्रेस ट्रेन में दिल्ली से रेवाड़ी, पलवल व एनसीआर के स्टेशनों तक जाएंगे। इस दौरान ट्रेन समय से रवाना हुई, क्रॉसिंग के गेट समय से बंद हुए, कहां सिग्नल नहीं मिला आदि बिन्दुओं पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। दूसरी चरण में रिपोर्ट के आधार पर समय पालन के लिए सुधार के उपाए लागू किए जाएंगे।