लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार ने नया प्रावधान किया है, जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मी अपने टीकाकरण के तय समय से पहले पंजीकृत केन्द्र पर जाकर टीका लगवा सकेंगे। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने गुरुवार को कहा कि टीका कम से कम मात्रा में बर्बाद हो, इसका भी पूरा इंतजाम किया जा रहा है।
पत्रकारों से बातचीत में जैन ने कहा कि हमने अभी तक कोविड-19 के एक करोड़ नमूनों की जांच की है, इसका अर्थ है कि दिल्ली में रहने वाली आधी आबादी की जांच की जा चुकी है। संक्रमण के नए मामलों में कमी आई है। बुधवार को सिर्फ 228 नए मामले आए, जबकि संक्रमण की दर 0.36 प्रतिशत है, इसलिए अब हम कह सकते हैं कि महामारी नियंत्रण में है।
यह पूछने पर कि क्या दिल्ली में संक्रमण शून्य पर पहुंचेगा, जैन ने कहा कि स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण पा लिया गया है, लेकिन अब भी उसके मामले आते हैं, इसलिए महामारी चली जाएगी, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि नए मामले बिल्कुल नहीं आएंगे।
टीकाकरण के लिए कम संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों के पहुंचने पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है और अब वे आगे आ रहे हैं। जैन ने कहा कि हमने एक प्रावधान किया है, जिसे तहत स्वास्थ्यकर्मी को पंजीकृत केन्द्र पर टीकाकरण के अपने तय समय से पहले टीका लगवाने की सुविधा दी जाएगी। अगर किसी को 15 दिन बाद भी टीका लगना है तो उसका नाम डेटाबेस से लेकर समय से पहले टीका लगाया जा सकता है।
प्रशासन से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, टीकाकरण के तीसरे दिन 19 जनवरी को दिल्ली में 4,900 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों ने टीका लगवाया। आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को 10,125 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन महज 48 प्रतिशत लोगों को ही टीका लगा।