विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की एक बैठक में 16 दिसंबर को विदेशमंत्री एस जयशंकर ने खाड़ी देशों के साथ भारत के मजबूत होते रिश्ते को रेखांकित किया था। उन्होंने कांग्रेस सांसदों को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गहन प्रयासों की वजह से भारत का खाड़ी देशों से संबंध प्रवास और ऊर्जा से आगे बढ़ गए थे। भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का यह खास रिश्ता इस महीने के अंत में आसमान में दिखेगा, जब फ्रांस से आने वाले तीन राफेल विमानों के भारत पहुंचने से पहले UAE की वायु सेना मिड-एयर रिफ्यूलिंग करेगी।
UAE एयर फोर्स का एयरबस मल्टी रोल ट्रांसपोर्ट टैंकर फ्रांस से भारत के अंबाला तक 8 घंटे की नॉन स्टॉप उड़ान भरने वाले राफेल लड़ाकू विमानों में दो बार ईंधन भरेगा। 29 जुलाई 2020 को जब पांच राफेल विमान फ्रांस से भारत आए थे तब फ्रेंच मल्टी रोल ट्रांसपोर्ट टैंकर ने चार बार ईंधन भरा था। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा, ''UAE एयर फोर्स का रुख अपने आप में नया है और यह दिखाता है कि दोनों देस किस तरह अपने रक्षा संबंधों को मजबूत बना रहे हैं। और अगले कदम में फ्रांस, भारत और यूएई के बीच सैन्य अभ्यास होगा।''
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के कूटनीतिक सलाहकार इमैनुएल बोन ने पिछले दिनों हुई मुलाकात के दौरान तीनों देशों के बीच सैन्य अभ्यास को लेकर चर्चा की थी। डोभाल संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब के साथ संबंधों के प्रमुख वास्तुकारों में से एक हैं।
2014 के बाद से भारत और UAE के संबंधों में काफी नजदीकी आई है और पीएम मोदी इस पहल का नेतृत्व कर रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात के साथ मौजूदा रिश्ते की तुलना यदि 1999 से करें तो यह बेहद अलग है। तब UAE ने भारतीय राजदूत को उस एयरबेस पर जाने की इजाजत नहीं दी थी, जहां नेपाल से हाईजैक करके लाए गए भारतीय विमान IC-814 में फ्यूल भरा था और फिर विमान को तालिबान के नियंत्रण वाले कंधार एयरपोर्ट पर ले जाया गया था। आज नई दिल्ली और अबू धाबी में न केवल बहुआयामी सुरक्षा संबंध हैं बल्कि संबंधित क्षेत्रों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी का भी आदान-प्रदान होता है। एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा कि यह ऐसे करीबी संबंधों की वजह से है, UAE ने 2014 से अब तक 100 से अधिक भारतीय अपराधियों को सौंपा है।''
अप्रैल में जब सात और राफेल विमान फ्रांस से भारत आएंगे तो उस समय भी UAE एयरफोर्स की ओर से उनमें ईंधन भरा जाएगा। राफेल विमानों ने भारतीय वायु सेना की ताकत में बड़ा इजाफा किया है। भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद की है, जिनकी आपूर्ति शुरू हो चुकी है।