भारत के औद्योगिक उत्पादन में जनवरी में 1.6 फीसद की गिरावट आयी है। शुक्रवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक आंकड़े के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन जनवरी 2021 में 2 फीसद घटा है। वहीं खनन उत्पादन आलोच्य महीने में 3.7 फीसद कम हुआ है, जबकि बिजली उत्पादन में 5.5 फीसद की वृद्धि हुई है। आईआईपी में जनवरी 2020 में 2.2 फीसद की वृद्धि हुई थी।
विनिर्माण क्षेत्र औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 77.63 फीसद योगदान देता है। इसमें दिसंबर 2020 में 1.6 फीसद की वृद्धि दर्ज की गयी। खनन उत्पादन में आलोच्य महीने में 4.8 फीसद की गिरावट आयी, जबकि बिजली उत्पादन में दिसंबर 2020 में 5.1 फीसद की वृद्धि हुई है।
पिछले मार्च में आईआईपी में 18.7 फीसद की गिरावट आयी थी
कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल मार्च से औद्योगिक उत्पादन पर असर पड़ा। मार्च में आईआईपी में 18.7 फीसद की गिरावट आयी थी। इसके बाद अगस्त 2020 तक औद्योगिक उत्पादन में लगातार गिरावट आयी। सितंबर में आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के साथ, कारखाने के उत्पादन में एक फीसद की वृद्धि दर्ज की गयी थी। अक्टूबर में आईआईपी 4.2 फीसदी बढ़ा था। नवंबर 2020 में, कारखाने के उत्पादन में 2.1 फीसद की गिरावट आयी थी, जो 1.9 फीसद गिरावट के शुरुआती अनुमान से अधिक था। सरकार ने 25 मार्च 2020 को कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये लॉकडाउन लागू किया था।
दिसंबर 2019 में विनिर्माण क्षेत्र में 0.3 फीसद का संकुचन दर्ज किया गया था। इस दौरान खनन क्षेत्र के उत्पादन में 5.7 फीसद की वृद्धि हुई थी, लेकिन बिजली उत्पादन 0.1 फीसद बढ़ गया था। पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन दिसंबर 2020 में 18.3 फीसद के संकुचन के मुकाबले 0.6 फीसद बढ़ गया। टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन साल भर पहले की 5.6 फीसद की गिरावट की तुलना में दिसंबर 2020 में 4.9 फीसद बढ़ा।उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं का उत्पादन दो फीसद बढ़ा, जिसमें साल भर पहले 3.2 फीसद की गिरावट आयी थी। आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल से दिसंबर की अवधि में आईआईपी में 13.5 फीसदी की कमी आयी है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में इसमें 0.3 फीसद की हल्की वृद्धि दर्ज की गयी थी।