सीओ साहिबाबाद आलोक कुमार ने बताया कि यह लोग अलग-अलग नंबरों से विज्ञापन देने के बाद लोगों को कॉल किया करते थे और बताया करते थे कि बच्चों के नाम से पॉलिसी लेने से उन्हें क्या-क्या फायदे मिल जाएंगे. क्योंकि हर मां बाप अपने बच्चों को लेकर खासे चिंतित रहते हैं और उनके हित की बात सोचते हैं. ऐसे में यह लोग बच्चों के मेडिकल से संबंधित पॉलिसी के नाम पर लोगों को चूना लगाते थे.
इटावा: इस परिवार ने श्मशान घाट को बनाया अपना ठिकाना, नहीं मिला सरकारी योजनाओं का लाभ
आलोक कुमार के मुताबिक पकड़े गए बदमाशों ने अब तक सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया है. पॉलिसी के नाम पर यह लोग असली पॉलिसी का डाटा नेट से निकाल कर अलग-अलग सीरीज बनाकर और लास्ट के चार नंबर बदलकर लोगों को फोन करते थे और हेल्थ लाइफ इंश्योरेंस के नाम पर लोगों से पैसा लिया करते थे. जब इस तरह की ठगी साहिबाबाद निवासी एक व्यक्ति के साथ हुई तो उसने इसकी सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर इन बदमाशों को धर दबोचा.
फर्जी पॉलिसी के नाम पर लाखों की ठगी
आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि उन्होंने अब तक 32000 बच्चों की फर्जी पॉलिसी कर डाली थी. साल 2019 से यह बदमाश सक्रिय थे. आरोपियों द्वारा शिशु विकास योजना के नाम पर ठगी की जाती थी. जालसाजों से पता चला है कि लोगों को विज्ञापन में बताया जाता था कि शिशु विकास योजना एक सरकारी योजना है, जो बच्चों के लिए चलाई जा रही है.