गाजियाबाद के मुख्य समाचार


 प्रदेश की योगी सरकार में बदमाशों के सामने बेबस है लोनी पुलिस

लोनी थाने की मुस्तफाबाद कॉलोनी में सन्नू मन्नू गिरोह का बदमाश हाशिम गांजे वाला स्कूल संचालक के मकानों पर जबरन कब्जे कर रहा है। स्कूल संचालक सुनील गुप्ता जी की 5 माह पूर्व ही कोरोना से मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद उनका बेटा प्रियांश  स्कूल व पिता की संपत्ति की देखभाल कर रहा है। तभी से हाशिम नाम का बदमाश प्रियांश गुप्ता को जान से मारने की धमकी देकर पहले रंगदारी मांग रहा था और रंगदारी न देने पर उसके मकानों पर कब्जा करने की धमकी दे रहा था। हाशिम ने 1 सप्ताह पूर्व  एक मकान का ताला तोड़कर जबरन कब्जा कर लिया है जबकि दूसरे मकान पर मंगलवार शाम ताला तोड़कर जबरन कब्जा कर रहा है। 

प्रियांश ने 1 सप्ताह पूर्व मामले की शिकायत एसपी देहात साहब से की थी। एसपी देहात साहब ने थाना प्रभारी को कार्रवाई के लिखित निर्देश दिए थे। उस समय थाना प्रभारी छुट्टी पर थे छुट्टी से वापस लौटने के बाद प्रियांश ने सोमवार को थाना प्रभारी महोदय लोनी को दोबारा शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी तथा मंगलवार सुबह कस्बा चौकी इंचार्ज से भी कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की और हाशिम ने इसी का फायदा उठाकर दूसरे मकान का भी ताला तोड़ दिया है जिसमें वह अपना सामान रखकर जबरन कब्जा कर रहा है। क्या यही है प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार


मुहर्रम का अवकाश दिनांक 19 अगस्त, 2021 के स्थान पर दिनांक 20 अगस्त, 2021 को घोषित

जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद: मुहर्रम का अवकाश दिनांक 19 अगस्त, 2021 के स्थान पर दिनांक 20 अगस्त, 2021 को घोषित किया जाता है-मा0 जनपद न्यायाधीश, मा0 जनपद न्यायाधीश जितेंद्र कुमार सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया है कि मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के द्वारा अधीनस्थ न्यायालयों के उपयोगार्थ जारी वर्ष 2021 के वार्षिक कैलेंडर में मुहर्रम का अवकाश दिनांक 19.08.2021 को घोषित किया गया था, किंतु शहर काजी, गाजियाबाद से प्राप्त सूचना के आलोक में मुहर्रम का अवकाश दिनांक 19.08.2021 के स्थान पर दिनांक 20.08.2021 को घोषित किया जाता है, एवं दिनांक 19.08.2021 को कार्य दिवस घोषित किया जाता है।


राजकीय/निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश सत्र 2021 के लिए प्रशिक्षण सत्र में प्रवेश प्राप्त करने के लिए ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया

जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद: राजकीय/निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश सत्र 2021 के लिए प्रशिक्षण सत्र में प्रवेश प्राप्त करने के लिए ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया वेबसाईट http://www.sevtup.in पर आरम्भ. ऑनलाइन आवेदन की तिथि दिनांक 04 अगस्त, 2021 से शुरू होकर 28 अगस्त, 2021 तक की गई हैं निर्धारित- प्रधानाचार्य राधा कृष्ण प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान गाजियाबाद राधा कृष्ण ने जानकारी देते हुए बताया है कि प्रदेश के राजकीय/निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश सत्र 2021 के अन्तर्गत प्रशिक्षण सत्र में प्रवेश प्राप्त करने के लिए ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया वेबसाईट http://www.sevtup.in पर दिनाक 04-08-2021 से आरम्भ हो गई है, जिसकी अन्तिम तिथि 28-08-2021 निर्धारित की गई हैं। प्रशिक्षण सत्र 2021 के अन्तर्गत राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, गाजियाबाद में ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग के अन्तर्गत व्यवसाय: इलैक्ट्रीशियन, इलैक्ट्रोनिक्स मैकेनिक, मशीनिष्ठ, रेफ्रिजरेशन एण्ड एयर कण्डीशनिंग मैके0, मोटर मैकेनिक व्हीकल्स, वैल्डर तथा वायरमैन व्यवसायों में संस्थान एंव उद्योगों के मध्य अनुबन्ध किया गया है। ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग व्यवसायों में प्रशिक्षार्थी अपनी सम्पूर्ण प्रशिक्षण काल के 03 से 06 माह तक की अविध उद्योगों में व्यतीत करेंगे, जहाँ वे शॉप-फ्लोर पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे तथा शेष प्रशिक्षण आई0टी0आई0 में प्रदान कराया जायेगा, जिससे प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण के साथ रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे साथ ही उद्योगों में कार्य करने का अवसर तथा उद्योगों की कार्यप्रणाली एंव नवीन तकनीक को सीखने का सुअवसर भी प्राप्त होगा, जिससे प्रशिक्षार्थी हुनरमन्द व तकनीकी शिक्षा से सम्पन्न हो सकेगा। ड्यूल सिस्टम के अन्तर्गत संचालित व्यवसायों में प्रवेश अर्हकारी शैक्षिक योग्यता की मेरिट के आधार पर ही किया जायेगा।


जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद: "सफलता की कहानी" श्रीमती रचना

जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद: "सफलता की कहानी" श्रीमती रचना को वर्ष 2018-19 में मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अन्तर्गत बिन्दी निर्माण उद्योग के लिए चयनित किया गया। उद्यमी द्वारा बिन्दी निर्माण का कार्य मात्र रू0/- 2.50 लाख की पूँजी से शुरू किया गया है। श्रीमती रचना पत्नी श्री मनीश कुमार ग्रा0 सादाबाद डूंगरांवली पो0-ट्रोनिकासिटी लोनी, जनपद गाजियाबाद की स्थायी निवासी हैं। बिन्दी निर्माण का कार्य इनके द्वारा ग्राम में एक अन्य कार्यरत- इकाई में काम करके सीखा गया था। जहां पर इन्हें रू0/- 02 हजार प्रतिमाह मिलता था। जिससे परिवार का भरण-पोषण करने में कठिनाई हो रही थी। तत्पश्चात इन्होंने अपनी इकाई स्थापित करने की योजना बनायी। जिसके लिये इन्होंने खादी ग्रामोद्योग विभाग के जनपद कार्यालय, गाजियाबाद आकर सम्पर्क किया गया। जहां इनको खादी ग्रामोद्योग विभाग में संचलित विभाग की ब्याज मुक्त "मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना" अच्छी लगी। मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजनान्तर्गत आवेदन करने पर इनको ओरियन्टल बैंक ऑफ कॉमर्स शाखा ट्रोनिका सिटी, लोनी जनपद गाजियबाद के द्वारा 2.50 लाख का ऋण प्रदान किया गया। जिससे इन्होंने आवश्यक मशीनें पावर प्रेस कटिंग मशीन 4, डाई 25 एवं अन्य उपकर तथा आवश्यक कच्चा माल क्रय कर बिन्दी निर्माण का कार्य शुरू किया। वर्तमान में इस उद्योग में 12 महिला कारीगर कार्य कर रहे हैं। श्रीमती रचना की इकाई में प्रतिदिन 100 बिन्दी के डिब्बे तैयार किये जाते हैं। जिसमें कुल लागत रू0/- 01 हजार आती है जिनकी बिकी रू/- 2500.00 के उपरान्त श्री सचिन वर्मा को रू0/- 1500.00 प्रतिदिन अर्थात रू0/- 45 हजार प्रतिमाह का लाभ होता है। जिससे श्रीमती रचना अपने घर का खर्च आसानी से चला लेती हैं और इनका परिवार भली-भांति जीवन यापन कर रहा है। इनके द्वारा बनायी गयी बिन्दी की गाजियाबाद, दिल्ली तथा मेरठ के क्षेत्रों में काफी मांग है। कम पूंजी में अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के कारण श्रीमती रचना को मण्डल स्तर पर "महात्मा गांधी पुरस्कार योजनान्तर्गत" द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। जिसके लिए इन्हें वर्ष 2021-22 में धनराशि रू0/-12 हजार से पुरस्कृत भी किया गया है।मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना:- ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती बेराजगारी का समाधान करने, ग्रामीण शिक्षितों का शहर की ओर हो रहे पलायन को हतोत्साहित करने तथा अधिक से अधिक रोजगार के अवसर गॉव में उपलब्ध कराने के ध्येय से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में व्यक्तिगत उद्यमियों को रू0/-10 लाख तक की वित्तीय सहायतः बैंकों के माध्यम से दिलाया जाना है। योजनार्न्तगत सामान्य वर्ग के पुरूश उद्यमियों को 4 प्रतिशत से अधिक व्याज की धनराशि ब्याज उपादान के रूप में उपलब्ध करायी जाती है तथा अन्य आरक्षित वर्ग के उद्यमियों/लाभार्थियों को पूर्ण ब्याज की राशि ब्याज उपादान के रूप में सीधे उद्यमियों के बैंक खातो में नियमानुसार बैंक की मॉग के अनुसार इकाई ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत (उत्पादन, सेवा असेम्बिलिंग कार्य) रहने तक उपलब्ध कराये जाने का प्राविधान है। योजनान्तर्गत उद्यमी की आयु 18 से 50 वर्श तथा शैक्षिक योग्यता कम 08वीं से कम न हो। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए अपेक्षित दस्तावेज/प्रपत्र जिसमें आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप पर फोटो सहित, आधार कार्ड की प्रति, शैक्षिक/तकनीकी योग्यता के प्रमाण पत्रों की प्रतियाँ, मूल निवास/निवास प्रमाण पत्र की प्रतियाँ, कार्यस्थल ग्रामीण क्षेत्र में है आशय का साक्ष्य, ग्राम प्रधान/सचिव द्वारा निर्गत आबादी प्रमाण पत्र अद्यतन, परियोजना रिपोर्ट एवं जाति प्रमाण पत्र (आरक्षित वर्ग हेतु) होना अनिवार्य है तथा मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजनान्तर्गत आवेदन ऑनलाईन वेवसाइड:- www.upkvib.gov.in पर जाकर किया जा सकता है।


"सफलता की कहानी" श्री सचिन वर्मा

जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद: "सफलता की कहानी" श्री सचिन वर्मा को वर्ष 2020-21 में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत मिनी फ्लोर मिल उद्योग के लिए चयनित किया गया। उद्यमी द्वारा मिनी फ्लोर मिल उद्योग का कार्य मात्र रू0/- 08 लाख की पूँजी से शुरू किया गया है। श्री सचिन वर्मा पुत्र श्री लाल सिंह वर्मा निवासी ग्राम 152/16 डिफेंस कोलॉनी, मुरादनगर, गाजियाबाद के स्थायी निवासी हैं। श्री वर्मा 34 वर्षीय युवा उद्यमी हैं। श्री सचिन वर्मा ने 12 वर्ष तक भारतीय सेना में रेडियो टेक्नीशियन के पद पर कार्य किया। इन्होंने नौकरी से स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति ली और बाजार में सर्वे किया। बाजार का गहन सर्वे करने के उपरान्त इन्होंने मिनी फ्लोर मिल स्थापित करने की योजना बनाई। अब इकाई को शुरू करने के लिए पूँजी व्यवस्था की आवश्यकता थी। श्री सचिन वर्मा द्वारा खादी तथा ग्रामोद्योग विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजनान्तर्गत आवेदन करने पर इनको बैंक ऑफ इण्डिया शाखा दुहाई, मुरादनगर जनपद गाजियाबाद के द्वारा रू0/- 08 लाख का ऋण मिनी-फ्लोर मिल उद्योग की स्थापनार्थ प्रदान किया गया। ऋण प्राप्ति के पश्चात इन्होंने आवश्यक मशीनें ऑटोमेटिक फ्लोर मिल एलीवेटर सहित, धान कुटाई मशीन, पिसाई मशीन, पेकिंग मशीन एवं अन्य उपकरण तथा आवश्यक कच्चा माल गेहूं, चना मक्का, बाजरा आदि कय कर आटा, बेसन, मेदा, दलिया पिसाई एवं चावल कुटाई का कार्य शुरू किया।श्री वर्मा की इकाई में प्रतिदिन 300 कि0ग्रा0 आटा, 100 कि0ग्रा0 बेसन, 150 कि0ग्रा0 चावल कुटाई पीसाई करके तैयार किये जाते हैं। जिसमें कुल लागत रू0/-12050.00 आती है जिनकी बिकी रू0/- 24 हजार के उपरान्त श्री वर्मा को रू0/- 9550.00 प्रतिदिन अर्थात रू0/- 286500.00/- प्रतिमाह का लाभ होता है जिससे श्री सचिन वर्मा अपने घर का खर्च आसानी से चला लेते हैं और इनका परिवार भली भांति जीवन यापन कर रहा है। मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना:- यह योजना खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार द्वारा संचालित है। योजनान्तर्गत उद्योग क्षेत्र में अधिकतम रू0/- 25 लाख तथा सेवा क्षेत्र में अधिकतम रू0/- 10 लाख का ऋण प्रदान किया जाता है। योजनान्तर्गत सामान्य वर्ग के लाभार्थी को ग्रामीण क्षेत्र में 25 प्रतिशत तथा अन्य वर्ग के लाभार्थियों को 35 प्रतिशत अनुदान देय है। योजनान्तर्गत 10 लाख तक उत्पाद क्षेत्र के लिए एवं रू0/- 05 लाख तक सेवा क्षेत्र के लिए कम से कम 08वीं पास होना अनिवार्य है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजनान्तर्गत स्वीकृत एवं स्थापित इकाईयों के व्यक्तिगत उद्यमियों को उत्प्रेरित करने के उद्देश्य से पं0 दीनदयाल ग्रामोद्योग रोजगार योजना की संरचना की गयी है। योजनार्न्तगत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजनान्तर्गत तीनों एजेंसियों क्रमशः जिला उद्योग केन्द्र तथा खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग, उ०प्र०खादी तथा ग्रामोद्याग बोर्ड द्वारा प्रायोजित समस्त ग्रामीण इकाईयों को ब्याज उपादान (मा0मनी0 अनुदान एवं स्वयं के अशदान को छोड़कर अधिकतम 13 प्रतिशत ब्याज तक) की सुविधा अनुमन्य की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए अपेक्षित दस्तावेज/प्रपत्र जिसमें आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप पर फोटो सहित, आधार कार्ड की प्रति, तकनीकी योग्यता के प्रमाण पत्रों की प्रतियाँ, मूल निवास/निवास प्रमाण पत्र की प्रतियां, कार्यस्थल ग्रामीण क्षेत्र में है आषय का साक्ष्य, ग्राम प्रधान/सचिव द्वारा निर्गत आबादी प्रमाण पत्र अद्यतन, परियोजना रिपोर्ट एवं जाति प्रमाण पत्र (आरक्षित वर्ग हेतु) होना अनिवार्य है तथा योजना में ऑनलाईन आवेदन के लिए वेवसाइड:- www.kviconline.gov.in पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।


मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत बैंको से ऋण

जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद: बेरोजगार युवक युवती तथा कोविड-19 प्रवासी अब मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत बैंको से ऋण लेकर शुरू  कर सकते है रोजगार- अस्मिता लाल, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अंतर्गत बेरोजगार एवं जूनियर हाई स्कूल उत्तीर्ण युवक-युवतियों स्वरोजगार स्थापित करने के लिए रु0/- 10 लाख तक का प्राप्त कर सकते हैं ऋण, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत स्वरोजगार स्थापित करने के लिए युवक-युवतियों उद्योग क्षेत्र में रु0/- 25 लाख तक तथा सेवा क्षेत्र में रु0/- 10 लाख तक का प्राप्त कर सकते हैं ऋण, मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार युवक युवती तथा कोविड-19 प्रवासी अब मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत बैंको से ऋण लेकर रोजगार शुरू कर सकते है। इसके लिए उन्हें विभाग द्वारा जारी बेवसाईट पर ऑनलाईन आवेदन करना होगा। मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना (MMGRY) के अन्तर्गत उद्योग एवं सेवा क्षेत्र के लिए उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड गाजियाबाद द्वारा बेरोजगार एवं जूनियर हाईस्कूल उत्तीर्ण युवक-युवतियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऋण दिया जाएगा। इसमें उद्योग तथा सेवा क्षेत्र में 10 लाख रूपये तक का ऋण प्राप्त किया जा सकता। जिसमें बैंक द्वारा स्वीकृत लागत में पूँजीगत धनराशि पर ब्याज उपादान का लाभ प्रदान किया जाएगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि आवेदन पत्र ऑनलाईन माध्यम से बेवसाईट www.upkvib.gov.in में मुख्यमंत्र ग्रामोद्योग रोजगार योजना के ऑनलाईन पोर्टल पर अपलोड किया जा सकता है। आवेदन के लिए शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट साईज फोटो, स्कैन हस्ताक्षर, जाति प्रमाण पत्र, ग्राम प्रधान द्वारा जारी जनसंख्या प्रमाण पत्र, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, कार्यस्थल का नक्शा पोर्टल पर अपलोड करने होगे। योजना के तहत आवेदन करने के लिए आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष तथा अधिकम 50 वर्ष होनी चाहिए। इसी तरह प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत उद्योग एवं सेवा क्षेत्र के लिए उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड गाजियाबाद द्वारा युवक-युवतियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए उद्योग क्षेत्र में 25 लाख तक तथा सेवा क्षेत्र मे 10 लाख रूपये तक के ऋण योजना के माध्यम से प्राप्त किए जा सकते हैं। जिसमें बैक द्वारा स्वीकृत लागत का 25 से 35 प्रतिशत तक का अनुदान प्रदान किया जायेगा तथा शेष ऋण पर तीन वर्षों तक ब्याज उपादान का भी लाभ देय होगा। आवेदन पत्र ऑनलाईन माध्यम से बेवसाईट www.kviconline.gov.in में pmegp e-portal (एजेन्सी में KVIB चयन करें) पर क्लिक कर आवेदन किया जा सकता है। आवेदन पत्र ऑनलाईन किए जाने के लिए शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट साईज फोटो, जाति प्रमाण पत्र, ग्राम प्रधान द्वारा जारी जनसंख्या प्रमाण पत्र, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, पोर्टल पर अपलोड करने के साथ स्कोर कार्ड पूर्ण कर आवश्यक प्रपत्र अपलोड करने होंगे। योजना के तहत आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।