लखनऊ। एक महान राजनीतिज्ञ, प्रखर वक्ता और उच्च कोटि के कवि-साहित्यकार, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बहुआयामी व्यक्तित्व को याद किया गया। विराट व्यक्तित्व की अटल यात्रा का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिद्धांत विहीन राजनीति मौत का फंदा है। राजनीति लोक कल्याण के लिए होनी चाहिए, व्यक्तिगत कल्याण के लिए नहीं। आज से तीन वर्ष पहले अटल जी भौतिक रूप से हमारे बीच नहीं रहे, पर उनका कृतित्व और कृतियां जीवन को स्पंदन दे रहीं। अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्य स्मृति पर सोमवार को अटल बिहारी वाजपेयी कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अटल जी का भारतीय राजनीति में अलग स्थान रहा। यही कारण था कि लंबे समय तक भारतीय राजनीति को पक्ष और विपक्ष में रहकर प्रभावित करते रहे। व्यक्ति से महत्वपूर्ण दल और दल से महत्वपूर्ण देश, इस वाक्य के पर्याय थे अटल जी। जब देश राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहा था, तब राजनीति को स्थिरता देने का काम किया। हमें उन राजनीतिक मू्ल्यों को समझना होगा, जो अटल जी ने दिए।
उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि अटल जी लखनऊ क्या पूरे देश के आमजन के अंतर्मन में बसे हैं। लखनऊ का सौभाग्य रहा कि अटल जी का सबल नेतृत्व एक नहीं कई-कई बार मिला। इससे पहले भातखंडे संगीत संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय से डा सीमा भारद्वाज, जौहर पाल, सौरभ सिंह के साथ विद्यार्थियों संजना कश्यप, तान्या सिंह, अनन्या श्रीवास्तव, रेनू वर्मा और निकिता सिंह ने राष्ट्रगान गाया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री सुरेश खन्ना, आशुतोष टंडन, महेंद्र सिंह और महापौर संयुक्ता भाटिया आदि की मौजूदगी रही।
अटल जी के भाषणों पर होगी प्रतियोगिता
विधि मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अटल जी की वजह से हम सब लोग जहां भी जाते हैं, लोग पूछते हैं लखनऊ से आए हो, लखनऊ का नाम लेते ही कहते हैं, अटल जी के लखनऊ से आए हो। धुर विरोधी संगठन के लोग भी अटल जी को चोरी छिपे सुनने जाते थे। अटल जी समाज के अंतिम व्यक्ति की बात को सर्वोच्च सदन में उठाने का काम करते थे। फाउंडेशन ने तय किया है कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, डिग्री और इंटर कालेजों में अटल जी के भाषणों पर रिसर्च प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में प्रथम आने वाले को 51 हजार रुपये, द्वितीय आने वाले को 31 हजार रुपये और तृतीय आने वाले को 21 हजार रुपये दिए जाएंगे। विजेताओं को अटल जी की जयंती पर सम्मानित किया जाएगा।
अटल जी के जीवन पर आधारित नाट्य मंचन
इस मौके पर अटल जी की जीवन यात्रा पर आधारित 'मेरी यात्रा-अटल यात्रा' नाटक का मंचन भी किया गया। एकल नाटक में कलाकार विपिन कुमार ने अटल जी के जीवन से जुड़ीं घटनाओं की कलात्मक प्रस्तुति का सफल प्रयास किया। संरचना, परिकल्पना, लेखन और निर्देशन चंद्रभूषण सिंह का रहा। लाइट अंकित सत्ती, संगीत अमर, डिजाइन चंद्रजीत कुमार का रहा। नाटक निर्माता सौम्या सिंह रहीं।