NCR में घर का सपना संजो रहे लोगों के लिए अच्‍छी खबर, GDA लाएगा 150 एकड़ में स्‍कीम

 

Ghaziabad Development Authority दिल्‍ली मेरठ रोड स्थिति मुरादनगर में आवासीय और व्‍यावसायिक भूखंड की स्‍कीम लाने की तैयारी कर रहा है, जो 150 एकड़ में फैली होगी. इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है.



गाजियाबाद.
 एनसीआर (NCR) में घर का सपना संजो रहे लोगों के लिए अच्‍छी खबर है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (Ghaziabad Development Authority) 150 एकड़ की योजना लाने की तैयारी कर रहा है. जीडीए ने इसके लिए सर्वे का आदि काम करा लिया है. यह योजना मुरादनगर में आएगी, जो मेरठ रोड पर स्थिति है. अधिकारियों के अनुसार जीडीए वीसी की स्‍वीकृति के बाद इस योजना के लिए  काम शुरू कर दिया जाएगा. एनसीआर में आवासीय जरूरतों को पूरा करने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने आवासीय योजना लांच करने का निर्णय लिया है. जीडीए वीसी कृष्णा करुणेश के निर्देश पर सर्वे कर मुरादनगर में 150 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है. यहां जीडीए छह हजार भूखंड की स्कीम लांच करेगा. नियमों के अनुसार यहां ग्रुप हाउसिंग व व्यावसायिक भूखंड भी बनाए जाएंगे.

जीडीए के अधिकारियों के अनुसार अधिग्रहण के कारण योजनाओं में  पुराने अनुभवों से सीख लेते हुए इस बार आपसी समझौते के आधार पर किसानों से जमीन लेने की तेयारी है, जिससे एक निश्चित समय में योजना विकसित कर भूखंड व फ्लैट का आवंटन किया जा सके. आवंटियों को परेशानी से बचाने के लिए यह निर्णय लिया गया है.

इस योजना में अटका था काम

जीडीए वर्ष 2004 में मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना की प्लानिंग कर छह गांवों की 1234 एकड़ जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन अधिग्रहण पर कुछ किसान कोर्ट चले गए. इस कारण योजना में अटक गई. सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2016 में नए भू-अधिग्रहण कानून के अनुसार मुआवजा देकर जमीन लेने का आदेश दिया. आवासीय योजना के लिए जीडीए ने कुल 1,200 करोड़ रुपये का लोन लेकर किसानों को नए भू-अधिग्रहण कानून के तहत मुआवजा देकर जमीन पर कब्जा लिया है. भूमि अधिग्रहण के अटकने के कारण ही यह योजना 17 साल के बाद भी अभी तक पूरी नहीं हो सकी है. इसलिए इस बार आपसी में समझौते से जमीन ली जाएगी.