UP Assembly Election 2022: रालोद ने सहारानपुर से आगरा तक न्याय यात्रा निकालने का एलान किया है. न्याय यात्रा सात अगस्त को मेरठ पहुंचेगी. प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत कनौजिया इस यात्रा की अगुवाई करेंगे. बताया जा रहा है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के हर जिले और प्रमुख कस्बों से होकर यात्रा गुजरेगी.
मेरठ. उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 को लेकर यूपी में राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. राष्ट्रीय लोकदल भी इस बार पूरी ताकत झोंक देना चाहता है. रालोद ने सहारानपुर से आगरा तक न्याय यात्रा निकालने का एलान किया है. रालोद के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय अध्यक्ष का कहना है कि अनुसूचित जातियों के मुद्दों को लेकर ये यात्रा होगी. यात्रा वेस्ट यूपी के विभिन्न जि़लों में जाएगी और आगरा में समाप्त होगी. अभी इस यात्रा की तारीख का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन बताया जा रहा है कि अगस्त के पहले सप्ताह में ये यात्रा सहारनपुर से शुरु होगी. मेरठ में यात्रा सात अगस्त को पहुंच सकती है.
राष्ट्रीय लोकदल के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. सुशील कुमार ने मेरठ में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि संभवत मेरठ में न्याय यात्रा मेरठ में सात अगस्त को पहुंचेगी. पार्टी इस न्याय यात्रा की तैयारी में जुटी है. डॉक्टर सुशील ने कहा सीवर के नालों की सफाई आज भी इंसानों से करना अमानवीय हैं इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए.
रालोद नेता ने कहा कि संभवत: मेरठ में न्याय यात्रा सात अगस्त को पहुंचेगी. प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत कनौजिया इस यात्रा की अगुवाई करेंगे. बताया जा रहा है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के हर जिले और प्रमुख कस्बों से होकर यात्रा गुजरेगी. क्षेत्रीय अध्यक्ष नरेंद्र खजूरी ने कहा कि हाथरस में युवती के साथ हुए दुष्कर्म और मौत के बाद पीड़ित परिवार को कोई आर्थिक मदद नहीं की गई. पीड़ित परिवार को मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि दो अप्रैल 2018 को प्रदर्शनकारियों पर जो मुकदमें दर्ज किए गए हैं उन्हे वापस लिया जाने की भी मांग की. साथ ही संविदा सफाई कर्मचारियों को नियमित करने और सीवर की सफाई कर्मचारियों से न कराने की मांग भी की.
जिला अध्यक्ष मतलूब गौड़ ने कहा कि गन्ना किसानों का करोड़ों रुपया चीनी मिल कंपनियों पर बकाया है. भुगतान की मांग को लेकर पांच अगस्त को गन्ना भवन में प्रदर्शन किया जाएगा. इसके पूर्व हुई बैठक में वक्ताओं ने गुटबाजी भूल कर संगठित होकर 2022 की चुनाव की तैयारियों में जुट जाने की अपील की गई. चुनाव अभियान समिति के सदस्य सुशील कुमार ने कहा कि हर विधानसभा में 11 लोगों की कमेटी बनायी जाएगी जो बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की तैनाती करेगी.