कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन का एक साल पूरा होने पर किसान संगठनों की आगे की रणनीति क्या होगी। इस पर संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 29 नवंबर को संसद तक होने वाला ट्रैक्टर मार्च स्थगित कर दिया गया है और अगले महीने होने वाली बैठक में आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन को एक साल पूरे हो चुके हैं। इसी बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे की रणनीति को लेकर बैठक की। जिसमें 29 नवंबर के ट्रैक्टर मार्च को स्थगित करने का फैसला लिया गया। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार को अपनी मांगें भेजी हुई हैं और वह उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। वहीं हम बात अरविंद केजरीवाल की भी करेंगे। पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अरविंद केजरीवाल मोहाली पहुंचे। जहां पर उन्होंने विरोध कर रहे शिक्षकों से मुलाकात की और अंत में चर्चा उत्तर प्रदेश की करेंगे।
SKM ने स्थगित किया ट्रैक्टर मार्च
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन का एक साल पूरा होने पर किसान संगठनों की आगे की रणनीति क्या होगी। इस पर सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक की। इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 29 नवंबर को संसद तक होने वाला ट्रैक्टर मार्च स्थगित कर दिया गया है और अगले महीने होने वाली बैठक में आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। मार्च को स्थगित करने का निर्णय संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से दो दिन पहले किया गया है। संसद सत्र के दौरान कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए एक विधेयक पेश किया जाना है।संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि वह किसानों को उनकी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाले कानून की मांग पर संसद में आश्वासन चाहता है। एसकेएम नेता दर्शन पाल ने कहा कि हम सोमवार को प्रस्तावित संसद मार्च को स्थगित कर रहे हैं। हमने किसानों के खिलाफ मामले वापस लेने, जान गंवाने वाले किसानों का स्मारक बनाने के लिए भूमि आवंटन, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से निलंबित करने समेत अन्य मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। इतना ही नहीं किसान मोर्चा चाहता है कि सरकार उनके साथ सम्मानजनक तरीके से बातचीत करे। हालांकि किसान मोर्चा ने यह भी स्पष्ट किया कि वो ट्रैक्टर मार्च को स्थगित कर रहे हैं लेकिन बिना एमएसपी गारंटी कानून के आंदोलन समाप्त नहीं होगा। इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से घर वापस लौट जाने की अपील की थी।