2014 में मौर्य ने देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। एमपी-एमएलए कोर्ट ने मौर्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। कल ही उन्होंने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद इसको लेकर सियासी बयानबाजी आने वाले समय में काफी तेज हो सकती है।
बीजेपी से समाजवादी हुए राजनेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी हो गया है। सात साल पुराने केस में ये वारंट जारी हुआ है। स्वामी पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है। 2014 में मौर्य ने देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। एमपी-एमएलए कोर्ट ने मौर्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। कल ही उन्होंने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद इसको लेकर सियासी बयानबाजी आने वाले समय में काफी तेज हो सकती है।
क्या है पूरा मामला
सुल्तानपुर के एमपीएमएलए कोर्ट की तरफ से ये वारंट जारी किया गया है। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ यह नया गिरफ्तारी वारंट नहीं है। 2016 में इस पर उन्होंने हाई कोर्ट से स्टे ले रखा था। पूरा मामला सात साल पहले का है। देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला है। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य को 12 जनवरी को कोर्ट में पेश होना था। लेकिन कोर्ट में नहीं पेश होने की वजह से वारंट पूर्ववत जारी कर दिया गया। जिसके बाद जाहिर तौर पर स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए ये एक मुश्किल भरा वक्त होगा।
कल ही अपने पद से दिया इस्तीफा
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के चौथे दिन मंगलवार को सत्तारूढ़ भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को राज्य के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से बड़ा झटका लगा है। मौर्य के इस्तीफे के बाद उनके करीबी माने जाने वाले तीन अन्य विधायकों ने भी भाजपा से इस्तीफा दिया और मौर्य का साथ निभाने का दावा किया। गौरतलब है कि मौर्य ने अपने इस्तीफे के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि अगले एक-दो दिनों में और विधायक भाजपा का साथ छोड़ेंगे। मंत्री से इस्तीफे के बाद मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री के साथ अपनी एक तस्वीर ट्विटर पर साझा कर उनका सपा में स्वागत किया।
सांसद बेटी ने कहा- पिता ने सपा ज्वाइन नहीं की है
स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और बीजेपी की सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा है कि उनके पिता ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा जरूर दिया है लेकिन उन्होंने समाजवादी पार्टी जॉइन नहीं की है। साथ ही संघमित्रा ने कहा है कि वह खुद बीजेपी में ही रहेंगी।