गाजियाबाद. कोरोना काल से पहले वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश हज सीटों का कोटा करीब 32 हजार था। कोरोना संक्रमणकाल में वर्ष 2020 और 2021 की हज यात्रा रद कर दी गई थी। मौजूदा साल में हज यात्रा पर जाने के लिए जिले से सिर्फ 238 लोगों ने आवेदन किए हैं। गत वर्ष की तुलना में आधे से भी कम आवेदन हुए हैं।
हज 2022 पर जाने के लिए इस वर्ष जनपद गाजियाबाद से 238 आवेदन हुए हैं। वहीं, जिले में 134 हज यात्रियों के नामों की स्क्रुटनी चल रही है। नियम तथा शर्तों को पूरा करने पर इनका भी कवर नंबर जारी किया जाएगा। विगत दो वर्षों से कोरोना संक्रमण की वजह से हज यात्रियों को सऊदी अरब सरकार ने अनुमति नहीं दी थी। यही वजह रही कि इस बार हज पर जाने के लिए कम लोगों ने आवेदन किया है। राज्य हज कमेटी के सचिव राहुल गुप्ता के मुताबिक इस बार उत्तर प्रदेश में अब तक 8156 हज यात्रियों के कवर नंबर जारी हुए हैं, जबकि वर्ष 2019-20 में 31882 लोगों ने हज के लिए आवेदन किया था।
उत्तर प्रदेश में हज यात्रा के आवेदन में सुस्ती
राज्य हज कमेटी के मुताबिक मैनपुरी से हज यात्रा के लिए कोई आवेदन नहीं हुआ है। चित्रकूट से एक और ललितपुर से पांच आवेदन हुए हैं। मुरादाबाद 621 आवेदनों के साथ अव्वल नंबर पर है। बगैर महरम कोटे से प्रदेश में 17 महिला और 70 साल से अधिक बुजुर्ग कोटे से 300 आवेदन हुए हैं।
गत वर्ष 800 लोगों ने किया था आवेदन
वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना महामारी हज यात्रा की राह में रोड़ा बनी थी। सऊदी अरब हुकूमत ने दो वर्ष तक विदेशी यात्रियों की हजयात्रा पर प्रतिबंध जारी रखा था। गाजियाबाद के करीब 800 लोगों ने वर्ष 2021-22 की हज यात्रा के लिए आवेदन किया था, लेकिन अनुमति न मिलने की वजह से उन्हें झटका लगा था। हज यात्रा पर जाने के लिए इस बार लोगों ने कम दिलचस्पी ली है। जिले से मात्र 238 लोगों ने आवेदन किए हैं, जिनमें 129 पुरुष और 109 महिलाएं शामिल हैं।