
बिजनौर। सड़कों के गड्ढे भरने को लेकर अधिकारियों के उदासीन रवैये को लेकर डीएम इतना नाराज हुए कि अधिकारियों की गिरफ्तारी को पुलिस बुला ली। बाद में अधिकारियों द्वारा जल्द सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आश्वासन पर डीएम का गुस्सा शांत हुआ। एनएचएआइ अधिकारियों ने बैठक के कुछ देर बाद ही गड्ढों को भरवाने का काम शुरू करा दिया। काम के लिए टेंडर का भी इंतजार नहीं किया।
आसपास के कई जिलों के कांवडिय़े नजीबाबाद, बिजनौर, चांदपुर, नूरपुर व नगीना की सड़कों से होकर गुजरते हैं। कांवड़ यात्रा इसी सप्ताह शुरू हो जाएगी, लेकिन जिले में सड़कों की हालत बहुत खराब है। गड्ढों की भरमार है। डीएम उमेश मिश्रा ने मंगलवार को कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर बैठक बुलाई थी। बैठक में सड़कों की हालत खराब मिलने पर नाराजगी जताई। समीक्षा में पाया कि चांदपुर में बदायूं हाईवे पर एक जगह पानी भरा रहता है और जहां से वाहन बहुत मुश्किल से निकलते हैं। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के अभियान में कोई भी विभाग गंभीर नहीं दिखा। डीएम ने दिल्ली-पौड़ी नेशनल हाईवे बैराज रोड के गड्ढों में तब्दील होने पर एनएचआइ (नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया) के डिप्टी जीएम हेमंत कुमार और मैनेजर टेक्निकल वरुण चारी को लताड़ लगाई। कहा कि जिले में प्रवेश करते ही खराब सड़क से लोगों का सामना होता है। यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं और लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। एनएचआइ अफसर आठ माह से सड़क की मरम्मत को लेकर टरका रहे हैं। अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डीएम ने बैठक में मौजूद एसपी डा. धर्मवीर सिंह से बैठक में मौजूद एनएचएआइ अधिकारी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। इससे अधिकारी सहम गए। पुलिस भी बैठक में पहुंच गई। बाद में किसी तरह मामला शांत हुआ। डीएम ने हर हाल में कांवड़ यात्रा से पहले सड़कों की हालत ठीक करने के कड़े निर्देश दिए। जरा सी भी लापरवाही बरतने वाले अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
इन्होंने बताया...
सड़कों की मरम्मत में एनएचएआइ के अधिकारी लापरवाही बरत रहे थे। उन्हें डांट-फटकार लगाई गई। गिरफ्तार करने की बात भी कही। बाद में अधिकारियों ने जल्द से जल्द सड़क सही कराने का आश्वासन दिया है। कार्य नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई होगी।
-उमेश मिश्र, डीएम