नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए खास व्यवस्थाएं करनी होंगी: जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप कुमार


बोर्ड परीक्षा हेल्प डेस्क पर कर सकते हैं तैयारी से जुड़ी शंकाओं का समाधान : प्रदीप कुमार द्विवेदी

कोरोना संक्रमण से राहत को देखते हुए शासन ने आफलाइन बोर्ड परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। ज्यादातर आनलाइन कक्षाओं में पढ़ाई हुई है तो आफलाइन परीक्षाएं देना विद्यार्थियों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। शिक्षा विभाग को भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन कराने के साथ जिले में नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए खास व्यवस्थाएं करनी होंगी। परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था, विद्यार्थियों की तैयारी और आफलाइन परीक्षाओं को लेकर क्लू टाइम्स ने जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप कुमार से की। पेश हैं बातचीत के कुछ अंश..।

मूलरूप से महाराजगंज के रहने वाले जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप कुमार द्विवेदी की प्रारंभिक शिक्षा नजदीकी परिषदीय विद्यालय में हुई। उनकी मां सावित्री द्विवेदी गृहणी और पिता स्वर्गीय एमपी द्विवेदी व्यवसायी थे। महाराजगंज में ही उन्होंने यूपी बोर्ड से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई की। महात्मा गांधी पीजी कालेज गोरखपुर से स्नातक और गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कैमिस्ट्री से पीजी करने के बाद 12 साल यूनिवर्सिटी में ही प्रवक्ता रहे। उन्होंने यूपीपीएससी की परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में सफल रहे। जिसके बाद आठ साल जीआइसी के प्रधानाचार्य रहे। प्रोन्नति के बाद छह साल बीएसए रहे और पिछले छह साल से डीआइओएस हैं। मुरादाबाद के बाद अब जुलाई 2021 से गाजियाबाद में तैनात हैं।

इस सत्र में ज्यादातर आनलाइन पढ़ाई हुई है और अब आफलाइन परीक्षाएं हो रही हैं तो तैयारी में मदद के लिए विभाग द्वारा किसी तरह की अतिरिक्त मदद की जा रही है ?

- बोर्ड परीक्षा तैयारी में मदद के लिए तहसील स्तर पर परीक्षा हेल्प डेस्क बनाई गई है। विद्यार्थियों की मदद के लिए सभी विषयों के प्रवक्ताओं के मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं। जिन पर काल कर या वाट्सएप पर मैसेज कर तैयारी से संबंधित प्रश्न पूछ सकते हैं। प्रवक्ता विद्यार्थियों की मदद करेंगे। अपनी कक्षा के ग्रुप पर अपने सवाल या शंका का मैसेज कर अपने शिक्षक से भी मदद ले सकते हैं। कब तक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू होने की उम्मीद है।

- अभी विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आने हैं। ऐसे में 14 से 15 मार्च तक प्रयोगात्मक परीक्षाएं शुरू हो सकती हैं। प्रयोगात्मक परीक्षाएं होने के बाद अप्रैल तक परीक्षाएं शुरू होने की उम्मीद है। अभी कोई भी तिथि निश्चित नहीं है अनुमान ही लगाया जा रहा है। जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम जारी होने की भी उम्मीद है। जिले में कुल कितने विद्यार्थी इंटर व हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं और कितने केंद्रों पर बोर्ड परीक्षा होगी ?

- जिले में कुल पांच खंड शिक्षा क्षेत्र के 67 केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। हाईस्कूल के कुल 25,696 छात्र-छात्रा और इंटरमीडिएट के कुल 22,819 विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं। इस तरह से दोनों कक्षाओं के कुल 48,515 छात्र-छात्रा 67 केंद्रों पर परीक्षा देंगे। कोविड संक्रमण से बचाव के लिए केंद्रों पर क्या व्यवस्थाएं रहेंगी ?

- बोर्ड परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को कोविड संक्रमण से बचाव के लिए शासन की गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाएगा। मास्क लगाकर ही विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। सभी कक्ष निरीक्षक कर्मचारी व अधिकारी भी मास्क लगाकर ही रहेंगे। मुख्य द्वार पर सेनिटाइजेशन के बाद ही परीक्षार्थी प्रवेश करेंगे और थर्मल स्क्रीनिग की भी व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा शारीरिक दूरी का भी पालन कराया जाएगा। परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिए किस तरह से निगरानी की जाएगी?

- विभाग की ओर से परीक्षा को नकलविहीन बनाने का पूरा प्रयास रहेगा। निगरानी के लिए सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, वाइस रिकार्डर और राउटर लगाए गए हैं। वेब कास्टिग के जरिए सभी केंद्रों की निगरानी की जाएगी। डीआइओएस कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से सभी केंद्रों की मानिटरिग होगी। परीक्षा के दौरान केंद्रों पर चेकिग के लिए उड़न दस्तों का भी गठन किया जाएगा। इसके अलावा परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की शिकायत के लिए कार्यालय से एक मोबाइल नंबर जारी किया जाएगा। जिसपर काल या वाट्सएप मैसेज से शिकायत की जा सकती है।