इंटेलिजेंस रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है कि कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकवादी इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि इरेडियम सैटलाइट कम्युनिकेशन सेट दिखे।
मेजर जनरल चांदपुरिया का कहना है कि अफगानिस्तान की स्थिति का हमारे देश और विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ा है। रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि इरेडियम सैटलाइट कम्युनिकेशन सेट दिखे। कश्मीर में एक्टिव होते दिखे हैं। ये वही इरेडियम सैटलाइट हैं जिनका अमेरिकी सेना इस्तेमाल करती थी। इंटेलिजेंस एजेंसी सूत्रों का कहना है। कि ये वही सेट हैं जो अमेरिकी सेना इस्तेमाल करती है और माना जा रहा है। कि अमेरिकी सेना जो सेट अफगानिस्तान में छोड़कर गई है, वही आतंकियों के हाथ लगे हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, काबुल पर तालिबानी कब्जे के बाद, अफगान जेलों में बंद कई आतंकवादियों को तालिबान और हक्कानी नेटवर्क द्वारा रिहा कर दिया गया और वे सभी पाकिस्तान में आजाद घूम रहे हैं। जैश-ए-मुहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और अन्य आतंकी समूहों के उन दिग्गज लड़ाकों में से कई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में विभिन्न शिविरों और लॉन्च पैड पर पहुंच गए हैं। पिछले एक साल में भारत और पाकिस्तान के बीच एलओसी पर सीजफायर की सहमति बनी थी। इसके बावजूद छह से आठ बार पाकिस्तान ने आतंकी घुसपैठ की कोशिशें कीं, जिन्हें नाकाम कर दिया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉन्च पैड पर लगभग 100 से 130 आतंकवादी मौजूद हैं। घुसपैठ के प्रयासों को बेअसर कर दिया गया है, हमारे पास आधुनिक अमेरिकी असॉल्ट राइफलें, आधुनिक पीढ़ी के थर्मल इमेजिंग नाइट विजन डिवाइस और ऐसे ही उपकरण बरामद हुए हैं।