यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान के फैसले पर बोलते हुए पुतिन ने बताया कि रूस लगातार शांतिपूर्ण तरीके से मसले को हल करना चाहता था लेकिन पश्चिमी देशों ने इस पर कभी ध्यान नहीं दिया। पुतिन ने कहा, यूक्रेन पर नो-फ्लाई जोन की किसी भी तीसरे पक्ष की घोषणा को रूस सशस्त्र संघर्ष में भागीदारी मानेगा
इसके साथ ही पुतिन ने पश्चिमी देशों पर भी निशाना साधा। पुतिन ने कहा कि रूस पर लगाए गए पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंध युद्ध की घोषणा के बराबर है। उन्होंने कहा कि हमें पूर्वी यूक्रेन में रूसी बोलने वालों के साथ-साथ अपने स्वयं के हितों की रक्षा करने की आवश्यकता थी जो हम कर रहे हैं। इसके साथ ही पुतिन ने एक बार फिर से यूक्रेन में शांति बहाल करने के लिए कई मांग रखी है। उन्होंने कहा कि रूस चाहता है कि यूक्रेन असैन्यीकृत करें। साथ ही साथ तटस्थ रहे। इसके साथ ही पुतिन ने दावा किया कि रूस में मार्शल लॉ लगाने की कोई योजना नहीं है।
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का दसवां दिन
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को 10 दिन हो गए हैं। इस बीच, रूस की सरकारी मीडिया ने खबर दी है कि सेना यूक्रेन के दो इलाकों में अस्थायी संघर्ष विराम का पालन कर रही है ताकि आम नागरिकों को वहां से निकाला जा सके। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की यूक्रेन में नो फ्लाई जोन घोषित करने से नाटो के इनकार के एक दिन बाद शनिवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये अमेरिकी सीनेटरों को हालात की जानकारी देने वाले हैं। वहीं दूसरी ओर यूक्रेन में कई स्थानों पर रूसी मिसाइल और तोप हमले जारी हैं। संयुक्त राष्ट्र ने यूकेन में बदतर होते मानवीय हालात के मद्देनजर सोमवार को एक बैठक बुलाई है। यूक्रेन संकट को लेकर शनिवार के घटनाक्रम इस प्रकार है: -दो क्षेत्रों में संघर्ष विराम- रूसी सेना शनिवार से यूक्रेन के दो क्षेत्रों में संघर्ष-विराम पर सहमत हो गई है, ताकि वहां फंसे नागरिकों को सुरक्षित निकाला जा सके। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसियों ने यह जानकारी दी। संघर्ष विराम की अवधि रूसी समयानुसार सुबह 10 बजे शुरू हुई।