इस बार रात्रि नौ बजे के बाद ही हो सकेगा होलिका दहन

होलिका दहन के मिलेगा एक घंटे 10 मिनट का समय

रात्रि नौ बजकर छह मिनट से रात्रि 10 बजकर 16 मिनट तक हो सकेगा होलिका दह


गाजियाबादः 
हांेलिका दहन गुरूवार 17 मार्च को होगा, मगर भद्रा काल के कारण इस बार होलिका दहन के लिए इंतजार अधिक करना पडेगा। रात्रि नौ बजे के बाद ही होलिका दहन होगा। आचार्य दीपक तेजस्वी के अनुसार धर्मसिंधु ग्रंथ में साफ लिखा है कि होलिका दहन के लिए भद्रा रहित प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा तिथि ही उत्तम है। यदि भद्रा रहित प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा ना हो और  भद्रा मध्य रात्रि से पहले ही समाप्त हो जाए तो प्रदोष के पश्चात जब भद्रा समाप्त हो तब होलिका दहन करना चाहिये। गुरूवार को भद्रा काल दोपहर एक बजकर 30 मिनट से मध्यरात्रि एक बजकर 13 मिनट तक रहेगा। ऐसे में लोग समझ नहीं पा रहे कि जब भद्रा काल एक बजकर 13 मिनट तक रहेगा तो होलिका दहन कब करें। आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि गुरूवार को रात्रि नौ बजकर छह मिनट से रात्रि 10 बजकर 16 मिनट के मध्य भद्रा पुच्छकाल लग रहा है और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार विशेष परिस्थिति में पुच्छकाल में होलिका दहन किया जा सकता है। इस बार विशेष परिस्थिति  बन रही है और ऐसे में रात्रि नौ बजकर छह मिनट से रात्रि 10 बजकर 16 मिनट के मध्य होलिका दहन करना ही श्रेष्ठ रहेगा।