पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनके विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने पर विपक्ष को निशाने पर लेते हुए रविवार को कहा कि वह ‘आलू, टमाटर’ की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए राजनीति में नहीं आये।
खान ने कहा कि वह देश के युवाओं की खातिर राजनीति में आये क्योंकि ऐसा कर (राजनीति में आकर) उन्हें कोई निजी फायदा नहीं हुआ है क्योंकि उनके पास पहले से ही जीवन में वह सब कुछ है जिसका एक व्यक्ति सपना देखता है। सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ मैं आलू और टमाटर के दाम जानने राजनीति में नहीं आया। मैं देश के युवाओं की खातिर राजनीति में आया हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम महान राष्ट्र बनना चाहते हैं तो हमें सच का साथ देना होगा और यही वह बात है जिसकी मैं पिछले 25 वर्षों से सीख दे रहा हूं।’’
पाकिस्तान की सामान्य महंगाई उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में मापी जाती है और यह 24 महीने के सर्वोच्च स्तर 13 प्रतिशत पर है और लगभग सभी वस्तुओं के दाम बढ़ रहे हैं। ‘डॉन’ अखबार के अनुसार जनवरी, 2020 के बाद यह सर्वोच्च सीपीआई मुद्रास्फीति है, जब यह 14.6 फीसदी थी।