मोदीनगर: अपर आयुक्त चैत्रा वी ने शनिवार को मोदीनगर तहसील का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लंबित वाद, शिकायतों के निस्तारण की स्थिति की एसडीएम, तहसीलदार से जानकारी ली। रिकार्ड रूम में फाइलों के रखरखाव समेत तमाम बिदुओं की जांच की और मौके पर मिली खामियों को दुरुस्त करने के आदेश दिए। तहसील कर्मियों पर आइकार्ड नहीं मिलने पर उन्होंने नाराजगी प्रकट की और फटकार भी लगाई। कई सवालों के अधीनस्थों के जवाब से वे असंतुष्ट दिखीं और कहा कि अधिकारियों व कर्मचारियों में आपसी तालमेल की कमी है, जिसे तत्काल दूर करने की जरूरत है। अपर आयुक्त शनिवार को करीब साढ़े 11 बजे तहसील पहुंच गईं। सबसे पहले उन्होंने एसडीएम शुभांगी शुक्ला, तहसीलदार हरिप्रताप सिंह, न्यायिक तहसीलदार रवि कुमार सिंह से लंबित वाद व शिकायतों के निस्तारण की स्थिति पर बात की। स्टेनो, पेशकार, नाजिर समेत तहसील के अधिकांश स्टाफ को बुलाया और उनसे अलग अलग मामलों पर बात की। इसके बाद वे तहसीलदार न्यायिक की कोर्ट में पहुंचीं। वहां वाद की स्थिति पर विस्तार से जानकारी ली और तहसीलदार को जरूरी दिशा निर्देश दिए। नायब तहसीलदार की कोर्ट में उपस्थिति रजिस्टर में एंट्री व फाइलों में मिली खामियों को लेकर अपर आयुक्त ने नाराजगी जताई। रिकार्ड रूम में भी कई खामियां देख वे भड़क गईं। उन्होंने कहा कि तहसील के स्टाफ में बेहतर तालमेल होना चाहिए, जो फिलहाल नजर नहीं आ रहा है। उन्होंने स्टाफ पर आइकार्ड नहीं होने पर भी उनको फटकार लगाई। एसडीएम ने उनको आश्वस्त किया कि जल्द ही इस प्रकार की व्यवस्था में बदलाव किया जाएगा। फाइलों के रखरखाव पर उन्होंने अधीनस्थों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
टीम शक्ति अन्याय निवारण ट्रस्ट की अध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत सदस्य डा. दीपा त्यागी ने अपर आयुक्त को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि भनेडा गांव में सरकारी भूमि पर दबंगों ने कब्जा किया हुआ है। इससे सरकार को राजस्व की हानि भी हो रही है। स्थानीय प्रशासन की यह पूरा मामला जानकारी में है। लेकिन कोई कार्रवाई आज तक नहीं की गई। उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर तमाम आरोप लगाए। प्रकरण की जांच कराकर अपर आयुक्त ने कठोर कार्रवाई कराने का भरोसा दिया। वहीं, अधिवक्ताओं ने ग्रामीण न्यायालय की मांग पूरी नहीं होने के संबंध में अपर आयुक्त को ज्ञापन दिया। कुछ वकीलों ने दो लेखपालों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उनको हटाने की मांग की और अपर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। अपर आयुक्त ने प्रकरण में जांच कराकर कार्रवाई कराने का भरोसा दिया।