समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मतगणना केंद्रों को 'लोकतंत्र का तीर्थ' समझकर वहां जाएं और डटे रहें। सत्तापक्ष द्वारा चुनाव परिणाम में हेराफेरी की हर साज़िश को असंभव बना दें! सपा गठबंधन की जीत हो रही है, तभी तो भाजपाई धांधली की कोशिश कर रहे हैं।
मतगणना केंद्रों पर डटे रहें कार्यकर्ता
अखिलेश यादव ने कहा कि मतगणना केंद्रों को 'लोकतंत्र का तीर्थ' समझकर वहां जाएं और डटे रहें। सत्तापक्ष द्वारा चुनाव परिणाम में हेराफेरी की हर साज़िश को असंभव बना दें! सपा गठबंधन की जीत हो रही है, तभी तो भाजपाई धांधली की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि वाराणसी में एक ट्रक में ईवीएम को चोरी छिपे ले जाया जा रहा था, लेकिन निर्वाचन आयोग ने कहा था कि मशीन मतगणना ड्यूटी पर प्रशिक्षण अधिकारियों के लिए थीं।
मतगणना केंद्रों को ‘लोकतंत्र का तीर्थ’ समझकर वहाँ जाएं और डटे रहें और सत्तापक्ष द्वारा चुनाव परिणाम में हेराफेरी की हर साज़िश को असंभव बना दें!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 9, 2022
सपा-गठबंधन की जीत हो रही है, तभी तो भाजपाई धांधली की कोशिश कर रहे हैं।
ईवीएम को लेकर सपा प्रमुख द्वारा लगाए गए आरोपों को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने मतगणना की निगरानी के लिए दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मेरठ में और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को विशेष अधिकारी के रूप में नियुक्त किया।
सपा प्रमुख की कार्यकर्ताओं से की गई अपील का असर भी दिखाई दिया। समाचार एजेंसी एएनआई ने नोएडा का एक मतगणना केंद्र का एक वीडियो साझा किया। जिसके बाहर सपा कार्यकर्ताओं को देखा जा सकता है, जो कल होने वाली मतगणना से पहले ईवीएम की निगरानी करने के लिए बैठे हैं।
#WATCH | Uttar Pradesh | Samajwadi Party workers sing outside a strong room in Noida where they are sitting to keep a vigil on the EVMs ahead of the counting tomorrow#UttarPradeshElections2022 pic.twitter.com/EXNFcyJLWS
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 9, 2022