रूस लंबे समय से यूक्रेन से यह मांग करता रहा है कि वह नाटो में शामिल नहीं हो। जेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस और यूक्रेन के बीच चौथे दौर की बातचीत हो रही है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार यह बात कहते रहे हैं कि यूक्रेन इस बात की गारंटी दे कि वह नाटो में शामिल नहीं होगा।
ब्रिटेन के नेतृत्व वाले संयुक्त अभियान बल (जेईएफ) के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि हमने नाटो के कथित रूप से खुले दरवाजे के बारे में वर्षों से सुना है, लेकिन ‘‘हम पहले ही सुन चुके हैं कि हम इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सच है जिसे हमें पहचानना चाहिए, और मुझे खुशी है कि हमारे लोग इसे महसूस करना शुरू कर रहे हैं और खुद पर और हमारे सहयोगियों पर भरोसा कर रहे हैं जो हमारी मदद कर रहे हैं। जेईएफ में डेनमार्क, फिनलैंड, एस्टोनिया, आइसलैंड, लातविया, लिथुआनिया, नीदरलैंड, स्वीडन और नॉर्वे शामिल हो सकते हैं। जेलेंस्की ने फिर से पश्चिमी सहयोगियों से यूक्रेन को युद्धक विमान उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
यूक्रेन के मारियुपोल से नागरिकों को निकाले जाने का अभियान जारी
यूक्रेन के बंदरगाह शहर की नगर परिषद का कहना है कि दो हजार नागरिक वाहन तथाकथित मानवीय गलियारे के जरिये मारियुपोल से रवाना हुए हैं। नगर परिषद ने कहा कि और दो हजार कार निकासी मार्ग से जाने की प्रतीक्षा कर रही थीं। युद्ध से पहले मारियुपोल की आबादी 4,30,000 थी। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण यह बंदरगाह शहर दो सप्ताह से अधिक समय से गोलीबारी की चपेट में है। स्थानीय अधिकारियों का अनुमान है कि मारियुपोल में हमले में 2,300 से अधिक लोग मारे गए हैं। उनका कहना है कि निवासियों के पास भोजन, पानी और दवा की कमी हो गई है। यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि मंगलवार को रवाना हुई कारों में क्या 160 वे वाहन शामिल हैं जो एक दिन पहले रवाना हुए थे। नगर परिषद ने कहा कि मंगलवार सुबह तक लगभग 300 लोग जापोरिज्जिया पहुंचे थे।