क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
यूपी बोर्ड परीक्षा में केंद्र व्यवस्थापकों की मिलीभगत कहें या लापरवाही मगर बड़ी गंभीर स्थिति सामने आई है। प्रशासनिक अधिकारी के निरीक्षण में नकलचियों को पकड़ने और उन पर कार्रवाई करने के आदेश के बाद भी केंद्र व्यवस्थापक व अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक नकलचियों को बचाने में जुट गए। इस लापरवाही पर केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक को निलंबित कर परीक्षा कार्य से हटा दिया गया है। केंद्र को डिबार घोषित कर दिया गया। अब तीन साल तक कालेज परीक्षा केंद्र नहीं बनेगा। साथ ही नकचियों की कापियों की विशेष स्क्रीनिंग भी कराई जाएगी।एडीएम वित्त एवं राजस्व विधान जायसवाल ने चार अप्रैल को दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की गणित परीक्षा में चौधरी निहाल सिंह इंटर कालेज छर्रा में दो नकलचियों को नकल करते पकड़ा। दोनों की कापी मिलाईं तो उत्तर एक समान मिले। इस पर केंद्र व्यवस्थापक राष्ट्रीय इंटर कालेज के सहायक अध्यापक निहाल सिंह व अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक चौधरी निहाल सिंह इंटर कालेज छर्रा के शिक्षक संजीव शर्मा को नकलचियों रेस्टीकेट कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद अधिकारी वहां से चले गए। इसके बाद तीन दिन तक नकलचियों पर कार्रवाई नहीं की गई। तीसरे दिन बुधवार की शाम इसकी जानकारी एडीएम वित्त एवं राजस्व को हुई तो उन्होंने डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा से जानकारी मांगी। इसमें पता चला कि नकलचियों पर कार्रवाई नहीं की गई है। इस पर एडीएम वित्त एवं राजस्व ने नाराजगी भी व्यक्त की। डीआइओएस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए केंद्र व्यवस्थापक व अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक दोनों को निलंबित करते हुए सहायक अध्यापक बच्चू सिंह को केंद्र व्यवस्थापक व प्रवक्ता राजेश कुमार को अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक बना दिया। केंद्र को डिबार करने की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। दोनों परीक्षार्थियों की कापियों की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही परीक्षा नियमों के तहत कार्रवाई भी होगी। साथ ही निहाल सिंह व संजीव शर्मा से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।