उत्तर प्रदेश की सत्ता में लगातार दूसरी बार वापसी करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड पर

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि यूपी में नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल की शाखा जल्द खोंले।

कोविड प्रबंधन को लेकर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में उन्होंने यह निर्देश दिए।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। यूपी ने कोरोना संक्रमण के साथ-साथ भविष्य में फैलने वाली महामारियों से निपटने के लिए कमर कस ली है। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल की शाखा जल्द प्रदेश में खोली जाए। संस्थान के लिए निश्शुल्क जमीन जल्द उपलब्ध कराई जाए। भारत सरकार के सहयोग से इस संस्थान को खोलने के काम में तेजी लाई जाए। कोविड प्रबंधन को लेकर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में उन्होंने यह निर्देश दिए। 

नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल की शाखा यूपी में खुलने से वायरस जनित रोगों से निपटने में आसानी होगी। महामारी को फैलने से रोकने के लिए होने वाले रिसर्च की मदद से लोगों को रोगों से बचाया जा सकेगा। योगी ने बैठक में इस समय चलाए जा रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान व दस्तक अभियान को जन आरोग्य मेले से जोडऩे के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर रविवार प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर लगाए जा रहे जन आरोग्य मेले में लोगों को संचारी रोगों से बचाव के उपाय बताए जाएं।

आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 18 अप्रैल से 23 अप्रैल की अवधि में सभी ब्लाक में विशेष स्वास्थ्य मेला लगाया जाएगा। इन मेलों में स्थानीय जन प्रतिनिधि मौजूद रहें। उन्होंने बलरामपुर में खोले जाने वाले केजीएमयू के सेटेलाइट कैंपस की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश दिए। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर प्रदेश में 16 जिलों में मेडिकल कालेज खोले जाने हैं, महराजगंज व संभल में खोलने की अनुमति मिल गई है। बाकी जिलों में मेडिकल कालेज खोलने के काम में तेजी लाई जाए। आग की घटनाओं को देखते हुए अस्पतालों में अग्निशमन यंत्रों को चेक किया जाए और उन्हें चालू हालत में रखा जाए।

बिना मान्यता चल रहे नर्सिंग कालेजों पर शिकंजाः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिना मान्यता के चलाए जा रहे नर्सिंग कालेजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। नर्सिंग सेवा स्वास्थ्य सुविधाओं की रीढ़ है, ऐसे में नर्सिंग कालेजों में शिक्षण-प्रशिक्षण का सुव्यवस्थित होना आवश्यक है।