हम सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़कर ही लोगों को नई राह दिखा सकते हैं: योगी आदित्यनाथ

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

उत्तर प्रदेश में दंगा, अराजकता और अफवाह के लिए कोई जगह नहीं 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्व. लाल जी टंडन की जयंती के अवसर पर उनकी स्मृतियों को नमन किया।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्व. लाल जी टंडन की जयंती के अवसर पर उनकी स्मृतियों को नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्लिमों के दशकों पुराने शिया सुन्नी विवाद का सर्वस्वीकार्य समाधान टंडन जी ने निकाला। हालांकि, हमें काम करने का अवसर मिला तो लखनऊ से दंगे समाप्त हो गए। अब उत्तर प्रदेश में दंगा, अराजकता और अफवाह के लिए कोई जगह नहीं है।

लाल जी टंडन फाउंडेशन की ओर से अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि संवाद समस्या का समाधान होता है। हम सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़कर ही लोगों को नई राह दिखा सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि लाल जी टंडन अटल जी के अनन्य और विश्वसनीय सहयोगी के रूप में भी थे।वह लखनऊ की चलती फिरती पुस्तकालय थे।वह जहां भी गए लखनऊ के साथ उनकी आत्मियता बनी रही।लखनऊ की हर छोटी बड़ी समस्या का समाधान उनके पास था।

अनकहा लखनऊ एक जीवंत दस्तावेज बन गया, जो उन्होंने सभी को दिया। टंडन जी भारत की लोकतंत्र की जीती जागती मिसाल थे।एक दल, एक विचारधारा और एक क्षेत्र में काम करते हुए भी जनप्रिय हो सकते हैं। उन्होंने सम्मानित होने वाले लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सम्मान व्यक्ति हो या संस्था, यह उनके कार्यों के प्रति प्रोत्साहन होता है। हमें अपनी प्रतिस्पर्धा को स्वस्थ बनाना है।

इन्हें किया गया अलंकृतः पूर्व लोकायुक्त एससी वर्मा, प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ पद्मश्री से अलंकृत डा. मंसूर हसन, वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री से अलंकृत डा. विद्या विंदु सिंह को लाल जी टंडन शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया।भजन गायक कन्हैया मित्तल, प्रख्यात कार्टूनिस्ट हरि मोहन वाजपेयी ''''माधव'''' को लाल जी टंडन कला संस्कृति पुरस्कार से विभूषित किया गया।उम्मीद संस्था, स्वच्छ पर्यावरण प्रोत्साहन आंदोलन सेना, एक कोशिश ऐसी भी और पावर विंग फाउंडेशन को लाल जी टंडन सामाजिक सेवा पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। सम्मान स्वरूप सभी को 51 हजार रुपये की धनराशि भी दी गई।

भजन सरिता...

अनूप जलोटा के सुरों में भजन सरिता ने आयोजन को राममय किया।लखनऊ हम पर फिदा, हम फिदा ए लखनऊ... के साथ भजन संध्या की शुरुआत हुई। अनूप जलोटा ने ऐसी लागी लगन..., अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम..., जग में सुंदर हैं दो नाम..., गोविंद जय-जय..., राम नाम की लूट है... और श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम... समेत कई भजनों से आनंदित किया। चिट्ठी ना कोई संदेश...गीत से लाल जी टंडन का स्मरण किया।

बाबू जी ने खुद को सामाजिक सरोकारों से जोड़े रखा ः विधायक आशुतोष टंडन ने कहा कि बाबूजी ने अपने आप को हमेशा सामाजिक सरोकारों से जोड़े रखा।आज बाबू जी के जन्मदिन पर साहित्य, संस्कृति और समाजसेवा की विभूतियों का सम्मान करते हुए हर्ष हो रहा। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बाबू जी ने हर किसी को जोड़ने का काम किया।बाबू जी का डांट, प्यार सब बहुत याद आता है।लखनऊ के कार्यकर्ता बाबू जी को कभी नहीं भूलेगा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि केवल लखनऊ नहीं, उत्तर प्रदेश के हर कार्यकर्ता को उनका सानिध्य प्राप्त हुआ है।बाबू जी अमर थे, अमर हैं और अमर रहेंगे।