मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीकाकरण की गति को और तेज करने के निर्देश दिए

  क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

सीएम योगी ने कहा कि रहें सतर्क, सीमा से लगे राज्यों में बढ़ रहा कोरोना संक्रमण।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यूपी की सीमा से सटे राज्यों में कोरोना का संक्रमण फिर बढ़ रहा है। ऐसे में अब अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एयरपोर्ट, रेलवे व बस स्टेशनों पर बाहर से आ रहे लोगों की जांच की जाए। जो लोग संक्रमित पाए जाएं उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। कोरोना वायरस के बदलते स्वरूप को लेकर भी पूरी सावधानी बरती जाए। कोविड संक्रमण को लेकर आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टीकाकरण की गति को और बढ़ाया जाए। अभी तक यूपी में 30.51 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। देश में सबसे ज्यादा वैक्सीन यूपी में लगाई गई है।

मुख्यमंत्री ने टीकाकरण की गति को और तेज करने के निर्देश दिए, ताकि कोरोना के खिलाफ सुरक्षा चक्र को मजबूत किया जा सके। ऐसे लोग जिन्होंने पहली डोज लगवाने के बाद तय समय सीमा बीतने के बावजूद दूसरी डोज नहीं लगवाई है, उन्हें चिन्हित कर वैक्सीन लगाई जाए। यूपी में बीते 24 घंटे में कोरोना के 14 नए रोगी मिले।

सतर्कता डोज लगाने को आगे आ रहे निजी अस्पताल : प्रदेश में 18 वर्ष से 60 वर्ष की आयु के करीब 30 लाख लोगों को टीके की सतर्कता (प्रीकाशन) डोज लगाने में अब धीरे-धीरे तेजी आएगी। बीते रविवार को पहले दिन 57 निजी अस्पतालों में सतर्कता डोज लगाई जा रही थी और 24 घंटे में 10 और अस्पताल आगे आए। अब 67 निजी अस्पतालों में टीका लगाया जा रहा है। निजी अस्पतालों को नए घटे हुए रेट के अनुसार पुरानी ज्यादा दाम पर खरीदी गई वैक्सीन की रकम भी समायोजित की जाएगी।

राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. अजय घई के मुताबिक सभी निजी अस्पतालों को पत्र लिखा गया है कि वह वैक्सीन की सतर्कता डोज लगाने को आगे आएं। क्योंकि 18 वर्ष से 60 वर्ष की उम्र के लोगों को सतर्कता डोज सिर्फ निजी अस्पतालों में ही लगेगी। ऐसे में जिसे यह टीका लगवाना है, वह निजी अस्पताल आएगा। दरअसल सभी आयुवर्ग के लोगों को टीके की दोनों डोज व 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज निजी अस्पतालों के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों में भी लगाई जा रही है।

सरकारी अस्पताल में टीका मुफ्त में लगने के कारण लोग प्राइवेट अस्पताल नहीं आ रहे। यही कारण है कि अभी तक लग चुकी कुल 30.50 करोड़ वैक्सीन में से मात्र 30 लाख टीके ही निजी अस्पताल में लगे हैं। उधर निजी अस्पतालों ने पहले कोविशील्ड का टीका 600 रुपये व कोवैक्सीन का टीका 1200 रुपये में खरीदा था। अब कोविशील्ड व कोवैक्सीन दोनों के दाम घटकर 225 रुपये हो गए हैं।

ऐसे में अस्पतालों के सामने दुविधा थी कि वह महंगे दाम पर खरीदे गए टीके को कम रेट पर कैसे लगाएं। उन्हें इससे नुकसान होता, लेकिन टीका बनाने वाली कंपनियों की ओर से उन्हें नए रेट के अनुसार पुराने ज्यादा दाम पर खरीदे गए टीके की रकम समायोजित करने का आश्वासन दिया है। मालूम हो कि दो दिनों में करीब दो हजार लोगों को सतर्कता डोज लग पाई है।