क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश सरकार ने बृहस्पतिवार को सदन में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। इस दौरान देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के लिए 1,306 करोड़ रुपये अलाट किए गए। इससे 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कारिडोर के निर्माण कार्य में तेजी आएगी।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम द्वारा आरआरटीएस कारिडोर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। आठ मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 32 हजार करोड़ रुपये से तैयार होने वाले इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था। सिविल निर्माण कार्य जून 2019 से शुरू किया गया था। मार्च 2025 में पूरे कारिडोर का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस प्रोजेक्ट में उत्तर प्रदेश सरकार को 6,048 करोड़ रुपये देने हैं। अब तक 2,130 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
जून में आएंगे रैपिड ट्रेन के कोच : 82 किलोमीटर लंबे आरआरटीएस कारिडोर के प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई के बीच मार्च 2023 से रैपिड ट्रेन के संचालन की तैयारी एनसीआर परिवहन निगम द्वारा की गई है। 17 किमी. लंबे इस खंड में पांच स्टेशन आएंगे। यहां पर साहिबाबाद से गाजियाबाद के बीच वायाडक्ट बनाने का कार्य पूरा हो गया है। इस खंड में साढ़े तीन किलोमीटर तक रैपिड ट्रेन के संचालन के लिए ट्रैक का निर्माण कार्य हो गया है। जून 2022 में रैपिड ट्रेन के कोच गुजरात से गाजियाबाद स्थित दुहाई डिपो में आ जाएंगे। इसके बाद ट्रेन का ट्रायल शुरू किया जाएगा, तीन चरणों में ट्रायल पूरा कर रैपिड ट्रेन का संचालन शुरू होगा।
खासियत
- रैपिड ट्रेन में छह कोच होंगे, एक कोच बिजनेस क्लास के लिए एक महिलाओं के लिए आरक्षित होगा।
- रैपिड ट्रेन की अधिकतम गति 180 किमी. और औसतन गति 100 किमी. होगी।
- रैपिड ट्रेन में मरीज को स्ट्रेचर के साथ अस्पताल ले जाने की सुविधा होगी।
- रैपिड ट्रेन में यात्री अपना सामान रख सकें, इसके लिए रैक होगी।
- दिव्यांगजन के लिए प्रत्येक कोच में सीट आरक्षित होगी।
बयान
आरआरटीएस कारिडोर के लिए बजट मिलने से निर्माण कार्य में तेजी आएगी। समय पर रैपिड ट्रेन का संचालन किया जा सकेगा। जल्द ही रैपिड ट्रेन गाजियाबाद आ जाएगी।
- पुनीत वत्स, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, एनसीआरटीसी