क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में हैं। उनकी मां हीराबेन का आज 100वां जन्मदिन है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह सवेरे अपने मां हीराबेन से मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां की मुलाकात की तस्वीरें सामने आ गई हैं। इन तस्वीरों में मां को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिठाई खिलाते दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके पैर धोए हैं और आशीर्वाद भी लिया है। नरेंद्र मोदी अपनी मां के साथ नीचे बैठ कर बात कर रहे हैं। साथ ही साथ दोनों मां-बेटे इस अवसर पर भगवान की पूजा भी करते दिखाई दे रहे हैं। कुल मिलाकर देखे तो चाहे कोई भी मौका हो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मां का आशीर्वाद लेना नहीं भूलते।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां के लिए एक समर्पित ब्लॉग लिखा है। इस ब्लॉग में उन्होंने अपनी मां के बलिदानों और जीवन के ऐसे पहलुओं का जिक्र किया, जिन्होंने उनके (मोदी के) आत्म-विश्वास, मन एवं व्यक्तित्व को ‘‘आकार’’ दिया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मां... यह सिर्फ एक शब्द नहीं है, यह जीवन की वह भावना है, जिसमें स्नेह, धैर्य, विश्वास, कितना कुछ समाया हुआ है। मेरी मां हीराबा आज 18 जून को अपने जीवन के सौवें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं, उनका जन्म शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है। इस विशेष दिन पर मैं अपनी खुशी और सौभाग्य साझा कर रहा हूं।’’ प्रधानमंत्री ने अपनी मां को शुभकामनाएं देने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए उनसे गुजरात में मुलाकात की। मोदी ने ब्लॉग में लिखा, ‘‘मेरी मां जितनी सामान्य हैं, उतनी ही असाधारण भी। ठीक वैसे ही, जैसे हर मां होती है।’’
प्रधानमंत्री का यह ब्लॉग हिंदी और अंग्रेजी के अलावा कई क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है। मोदी ने इस बात का जिक्र किया कि अब तक दो बार ही ऐसा हुआ है, जब उनकी मां किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में उनके साथ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक बार मैं जब एकता यात्रा के बाद श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर लौटा था तो अहमदाबाद में हुए नागरिक सम्मान कार्यक्रम में मां ने मंच पर आकर मेरा टीका किया था।’’ मोदी ने कहा, ‘‘दूसरी बार वह सार्वजनिक तौर पर मेरे साथ तब आई थीं, जब मैंने मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार शपथ ली थी।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी मां ने उन्हें जीवन की एक सीख दी कि औपचारिक शिक्षा ग्रहण किए बिना भी सीखना संभव है।