मेरठ के चौधरी चरण सिंह विवि ने 22 जून से होने वाली बीएड फर्स्ट, सेकेंड ईयर की मुख्य परीक्षाओं को पोस्टफोंड

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

    मेरठ.
  • मेरठ के चौधरी चरण सिंह विवि ने 22 जून से होने वाली बीएड फर्स्ट, सेकेंड ईयर की मुख्य परीक्षाओं को पोस्टफोंड कर दिया है। परीक्षाएं आगे कब होंगी इसकी तारीख अब तक यूनिवर्सिटी ने नहीं दी है।

अचानक से विवि ने जारी किया आदेश

सीसीएसयू के एग्जाम कंट्रोलर द्वारा जारी किया गया आदेश।
सीसीएसयू के एग्जाम कंट्रोलर द्वारा जारी आदेश।

22 जून से बीएड प्रथम और द्वितीय वर्ष बीएड के छात्रों की मुख्य परीक्षाएं होनी थी। परीक्षा का शेड्यूल भी जारी हो चुका था। कॉलेजों ने पेपर कराने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन एक दिन पहले अचानक से विवि प्रशासन ने परीक्षाएं 22 जून से न कराने का फैसला ले लिया। कॉलेजों की तैयारी भी धरी रह गई। छात्र भी परेशान हैं, जिन छात्रों ने कांपटेटिव एग्जाम की तैयारी छोड़कर बीएड के पेपर की तैयारी की थी उन्हें अब दोबारा अगली डेट जारी होने पर पूरी पढ़ाई करनी पड़ेगी। मेरठ सहित आस-पास के जिलों में लगभग 400 बीएड कॉलेज हैं। हर कॉलेज में 200 से अधिक छात्र हैं जो बीएड कर रहे हैं। ऐसे में पहले और दूसरे ईयर के एक लाख से ज्यादा छात्रों को विवि के इस डिसीजन से झटका लगा है।

दूर-दराज से पेपर देने आए छात्र क्या करें

सीसीएसयू में मेरठ सहित मंडल के 6 जिलों के हजारों छात्र जुड़े हैं। बीएड कॉलेजों के अलावा डिग्री कॉलेज जो सीसीएसयू से संबंद्ध हैं। उन सभी कॉलेजों को लगभग 1 लाख छात्रों को विवि प्रशासन के इस आदेश ने झटका दिया है। ये छात्र-छात्राएं दूर-दराज के जिलों से और आस-पास के जिलों में परीक्षा देने आए थे। इसमें मप्र, राजस्थान, दक्षिण भारत, गुजरात, छत्तीसगढ़ और बिहार के भी छात्र हैं जो यहां सीसीएसयू में बीएड के लिए आते हैं। इसमें कई छात्र प्राइवेट कॉलेजों से बीएड करने वाले भी हैं। 22 जून की परीक्षा के कारण ये छात्र-छात्राएं मेरठ आ चुके थे। कई लड़कियां अपने परिजनों तो कई छोटे बच्चे को लेकर इस गर्मी में यहां पेपर देने पहुंच चुकी थी। अब वो कंफ्यूजन की स्थिति में हैं कि रुकें या वापस लौटें। पैसे भी खर्च हुए और पेपर भी नहीं हो रहे। विवि ने लास्ट समय पर पेपर कैंसिल कर दिया। पेपर दोबारा कब होंगे इसकी डेट भी नहीं दी।

दूसरी बार पेपर कैंसिल
इससे पहले भी सीसीएसयू एक बार बीएड की परीक्षाओं की डेट पोस्टफोंड कर चुका है। दोबारा पेपर आगे बढ़ने से स्टूडेंट परेशान हैं कि किराए में पैसा भी खर्च हो रहा है, कमरों का किराया भी जा रहा है, परेशानी भी झेलो और पेपर भी नहीं हो रहे। कॉलेज भी विवि के फैसले से परेशान हैं।