नगर निगम की ओर से गृहकर निर्धारण में घपला

  क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141



गाजियाबाद
। सड़क निर्माण के बाद अब नगर निगम की ओर से गृहकर निर्धारण में घपला सामने आया है। निगम अधिकारियों ने सिटी जोन में इंटरमीडिएट तक के स्कूलों पर आवासीय दर से तीन गुना 3.96 रुपये प्रति वर्गफुट की दर से और वसुंधरा, विजयनगर, मोहननगर व कविनगर जोन में आवासीय दर यानी 1.32 रुपये प्रति वर्गफुट की दर पर संपत्ति कर का निर्धारण कर दिया। एक नगर निगम में अलग-अलग रेट पर संपत्तिकर निर्धारण करने का यह प्रकरण ऑडिट के दौरान पकड़ में आया है। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग के लेखा परीक्षक अब इस मामले की जांच करेंगे। वरिष्ठ लेखा परीक्षक बृजनाथ तिवारी ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी को पत्र भेज दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है।
सिटी जोन में 41 व्यावसायिक भवनों पर कर निर्धारण की पत्रावलियां भी जांच के घेरे में हैं। इनमें भी अनियमितता की आशंका है। लेखा परीक्षा विभाग के अधिकारियों ने बीते साल हुए ऑडिट में इन बिंदुओं पर आपत्ति लगाई थी। उन्होंने कर विभाग के अधिकारियों को पत्र भेज इनसे संबंधित पत्रावलियां मांगी थी लेकिन निगम अधिकारियों ने अभी तक नहीं दीं। अब वरिष्ठ लेखा परीक्षक ने इन सभी मामलों की जांच के लिए तारीख तय की है। एक से छह जुलाई तक पांचों जोन में एक-एक दिन लेखा परीक्षा दल जाएगा और दस्तावेजों की जांच करेगा। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग के वरिष्ठ लेखा परीक्षक बृजनाथ तिवारी स्कूलों पर लगाए गए कर की और सिटी जोन के 41 व्यावसायिक भवनों पर लगाए गए कर की पत्रावलियों के साथ-साथ 2020-21 की पांचों जोन की गृहकर, जलकल, सीवर कर, लाइसेंस शुल्क से संबंधित सभी दस्तावेज भी मांगे हैं। उन्होंने सभी जोन के व्यावसायिक, आवासीय भवनों पर लगाए गए कर और नामांतरण की फाइलें भी उपलब्ध कराने को कहा है।
सीटीओ के कार्यकाल के प्रकरण जांच के घेरे में
वरिष्ठ लेखा परीक्षक ने नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी संजीव कुमार सिन्हा के कार्यकाल की अवधि में सभी जोन के कर निर्धारण संबंधी सभी प्रकरणों की सूची भी तलब की है। उनके कार्यकाल में टैक्स निर्धारण के मामले जांच के घेरे में है।
पार्षद और मेयर भी लगा चुके हैं भ्रष्टाचार का आरोप
नगर निगम के कर विभाग के अधिकारी पहले भी भ्रष्टाचार के मामले में पार्षदों और मेयर के निशाने पर रहे हैं। महापौर आशा शर्मा ने खुद विजयनगर जोन में स्कूलों और औद्योगिक इकाइयों के कर निर्धारण किए जाने में धांधली के आरोप लगाए थे। उनका आरोप था कि क्षेत्रफल कम दर्शाकर कर कम लगाया गया है। वहीं भाजपा पार्षद राजीव शर्मा ने कविनगर जोन के गोविंदपुरम स्थित व्यावसायिक भवन पर कर निर्धारण में धांधली का आरोप लगाया था।
इन तारीख पर होगी जांच
जोन जांच की तारीख
सिटी जोन एक जुलाई
विजयनगर जोन दो जुलाई
कविनगर जोन चार जुलाई
मोहननगर जोन पांच जुलाई
वसुंधरा जोन छह जुलाई
बयान
ऑडिट विभाग की ओर से पत्र मिला है, टैक्स से संबंधित दस्तावेज मांगे गए हैं। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी को दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।
 - महेंद्र सिंह तंवर, नगरायुक्त