क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद : नगर निगम द्वारा शहर में संपत्ति कर की दर को डीएम सर्किल रेट के आधार पर लागू करने की तैयारी की गई है। इस संबंध में तैयार किए गए प्रस्ताव पर सात जून को सामान्य बोर्ड बैठक में चर्चा की जाएगी। इसी साल नगर निगम के चुनाव होने के कारण ज्यादातर पार्षद इस प्रस्ताव के विरोध में हैं, बैठक में वह इस पर निर्णय लेंगे। यदि संपत्तिकर बढ़ा तो शहर के पांच लाख करदाताओं की जेब पर भार पड़ेगा। इसके अलावा दुकानों का किराया बढ़ाने और मल्टीलेवल पार्किंग सहित 15 प्रस्ताव पर भी चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा। इन प्रस्तावों पर पिछले माह नगर निगम की बोर्ड बैठक में चर्चा नहीं हो सकी थी।
नगर निगम ने एक साल पहले ही संपत्ति कर में 15 प्रतिशत की वृद्धि की थी, जिसका भार करदाताओं के ऊपर पड़ा था। एक साल बाद ही फिर से संपत्ति कर में वृद्धि कर नगर निगम की योजना राजस्व में वृद्धि कर उससे विकास कार्य को और गति देने की है। नगर निगम अभी तक क्षेत्र के हिसाब से अधिकतम 1.90 रुपये प्रति वर्ग फीट की दर से हाउस टैक्स वसूलता है, वहीं डीएम सर्किल रेट के आधार पर टैक्स की अधिकतम दर चार रुपये प्रति वर्ग फीट प्रस्तावित है। इसके लिए शहर की कालोनियों को ए,बी व सी श्रेणी में बांटा है। ए श्रेणी में राजनगर, कविनगर, इंदिरापुरम जैसे क्षेत्र को शामिल किया गया है। दूसरी तरफ, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डा. संजीव सिन्हा ने बताया कि वर्तमान में पांच लाख करदाताओं से 158 करोड़ रुपये का संपत्तिकर सालाना लिया जाता है। डीएम सर्किल रेट के आधार पर यदि संपत्तिकर लागू करने के प्रस्ताव पर सहमति बनी तो 100 करोड़ रुपये और मिलने लगेंगे। परिचर्चा
डीएम सर्किल रेट के आधार पर संपत्तिकर लगाने के प्रस्ताव का खुलकर विरोध करूंगा। नगर निगम को अपनी आय बढ़ानी है तो इसके अन्य तरीके हैं, करदाताओं पर बोझ डालना ठीक नहीं है। - मनोज चौधरी, कांग्रेस पार्षद संपत्तिकर नियम के तहत बढ़ाया जाता है। डीएम सर्किल रेट के आधार पर संपत्तिकर लगाया जाना था तो नगर निगम बनने के तुरंत बाद ही लगाया जाना था। सदन में संपत्तिकर बढ़ाने का विरोध करेंगे। - हिमांशु मित्तल, भाजपा पार्षद। डीएम सर्किल रेट के आधार पर संपत्तिकर बढ़ाने का विरोध करेंगे, जरूरत पड़ी तो इसके विरोध में धरने पर भी बैठूंगा। संपत्तिकर बढ़ाकर जनता की जेब पर अतिरिक्त भार नगर निगम को नहीं डालने दिया जाएगा। - हाजी मोहम्मद कल्लन, सपा पार्षद नगर निगम द्वारा एक साल बाद ही डीएम सर्किल रेट के आधार पर संपत्तिकर लगाने का विरोध किया जाएगा। कोरोना महामारी के कारण लोग पहले से ही परेशान हैं, बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार भी हुए हैं। ऐसे में उनकी जेब पर भार नहीं डालने दिया जाएगा।
- विकास खारी, पार्षद