साइबर कैफे संचालकों से साठगांठ कर हाईटेक दलाल लर्निंग डीएल बनवाने के लिए लोगों से चार-पांच हजार रुपये वसूल रहे

 क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

आनलाइन लर्निंग ड्राइविग लाइसेंस व्यवस्था में हाईटेक दलाल हावी

गाजियाबाद लर्निंग ड्राइविग लाइसेंस (डीएल) बनवाने के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े। घर बैठे ही अपना लर्निंग डीएल बनवा सकें। लोगों की सहूलियत व व्यवस्था में सुधार के मद्देनजर परिवहन कार्यालय में लर्निंग डीएल की व्यवस्था को पूरी तरह आनलाइन कर दिया गया है। आवेदन के साथ टेस्ट भी आनलाइन ही हो रहा है। नई व्यवस्था लागू होने से परिवहन कार्यालय के बाहर बैठे दलाल तो गायब हो गए हैं लेकिन उनकी जगह व्यवस्था में सेंधमारी कर हाईटेक दलालों ने ली है। साइबर कैफे संचालकों से साठगांठ कर हाईटेक दलाल लर्निंग डीएल बनवाने के लिए लोगों से चार-पांच हजार रुपये वसूल रहे हैं, जबकि सरकारी फीस मात्र 350 रुपये है। 


क्या है व्यवस्था

लर्निंग डीएल के लिए आवेदक को आनलाइन टेस्ट देना होता है। यातायात नियमों से संबंधित कुल 15 प्रश्न आनलाइन स्क्रीन पर पूछे जाते हैं। टेस्ट पास करने के लिए कम से कम नौ प्रश्न का सही उत्तर देना होता है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान आवेदक की निगाहें कंप्यूटर या लैपटाप पर लगे वेब कैमरे की तरफ ही होनी अनिवार्य है। अगर कुछ देर के लिए निगाहें भटकीं तो आवेदक को फेल करार दिया जाता है। वाहन चलाने से पहले लोग यातायात नियमों की पूरी जानकारी कर लें। इसीलिए लर्निंग डीएल बनाने से पहले टेस्ट की व्यवस्था लागू है।

 - कैसे कर रहे फर्जीवाड़ा -

हाईटेक दलालों व्यवस्था में सेंधमारी कर नियमों को लगातार तोड़ रहे हैं। वह मोटी रकम लेकर अवैध रूप से टेस्ट पास करा रहे हैं। हाईटेक दलालों ने साइबर कैफे खोलकर व किराये पर लेकर एक ही कंप्यूटर की दो स्क्रीन लगवा दी हैं। एक तरफ आवेदक टेस्ट देने के लिए सिस्टम के सामने बैठकर वेब कैमरे की तरफ देखता रहता है तो दूसरी तरफ सिस्टम पर दलाल प्रश्नों के उत्तर आनलाइन देता रहता है। फर्जीवाड़ा का एक दूसरा तरीका वेब कैमरा आवेदक की तरफ कर सिस्टम पर दलाल द्वारा टेस्ट देना भी है। कविनगर, आरडीसी, नेहरूनगर, गांधीनगर, पटेल नगर के साइबर कैफे वालों से मिलकर हाईटेक दलाल पूरा खेल कर रहे हैं। आनलाइन डीएल व्यवस्था में दलाली कतई बर्दाश्त नहीं होगी। पुलिस के साथ मिलकर साइबर कैफे संचालकों के यहां औचक छापेमारी की जाएगी, जो दलाली में संलिप्त मिला, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आवेदकों से अपील है कि वह दलालों के चक्कर में न पड़े। अपना टेस्ट स्वयं दें।

- प्रणव झा, एआरटीओ प्रशासन, गाजियाबाद।