क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद, आशीष् वाल्डन. कोरोना संक्रमण काल में औद्योगिक इकाइयों ने कारपोरेट सोशल रेस्पांसबिलिटी (सीएसआर) फंड से बिगड़ती स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए आक्सीजन प्लांट, एचएफएनसी (हाई फ्लो नेजल कैनूला) वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसंट्रेटर, बाइपैप (बाई लेवल पाजेटिव प्रेशर) मशीन से लेकर तमाम संसाधन उपलब्ध कराए। इसकी बदौलत कोरोना जैसे मुश्किल वक्त में औद्योगिक इकाइयों का सीएसआर फंड स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संजीवनी साबित हुआ है। कोरोना संक्रमणकाल में मरीजों की उखड़ती सांसों को आक्सीजन देने के लिए कई कंपनियों ने आगे आकर सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट स्थापित कराए। वहीं अन्य उपकरणों के साथ संक्रमण की रोकथाम के लिए सैनिटाइजर, मास्क, पीपीई किट व ग्लव्स भी बड़ी मात्रा में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को मुहैया कराए। जिले से पांच व 10 लीटर के 10-10 आक्सीजन कंसंट्रेटर देवरिया और लखनऊ को पीपीई किट, सैनिटाइजर और मास्क भेजे गए।
एमएनसीयू स्थापित करने की तैयारी राठी स्टील एंड पावर लिमिटेड समेत कुछ इकाइयां मदर न्यूबोर्न केयर यूनिट (एमएनसीयू) स्थापित करने के लिए आगे आई हैं। सीएसआर फंड से सीएचसी लोनी, डासना, मुरादनगर और मोदीनगर के अलावा पीएचसी भोजपुर में नवजात बच्चों की देखरेख के लिए नर्सरी तैयार होंगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में नवजात बच्चों की समय से देखभाल हो सकेगी। इसके लिए लोनी सीएचसी में 5,77,370 रुपये और डासना सीएचसी में 7,34,320 रुपये की राशि का एस्टीमेट तैयार किया गया है।
जिले में स्थापित कराए गए आक्सीजन प्लांट
इकाई - स्थापित आक्सीजन प्लांट - एलपीएम
अडामा प्राइवेट लि. - इएसआइसी साहिबाबाद - 200
बीईएल - संयुक्त अस्पताल - 150
बीईएल - एमएमजी अस्पताल - 150
एनएलसी प्राइवेट लि. - महिला अस्पताल - 500
टाटा स्टील - सीएचसी लोनी - 350
हमदर्द लेब्रो. प्रा. लि. - सीएचसी मोदीनगर - 350
डाबर इंडिया लि. - पीएचसी भोजपुर - 350
एचसीएल - सीएचसी डासना - 500
नोट : बंसल वायर, टाटा स्टील और अल नासिर इकाई की ओर से एक-एक वेंटीलेटर प्रशासन के जरिये स्वास्थ्य विभाग को सौंपे गए।
इकाई - थर्मल स्कैनर
वाइका इंडिया इंस्ट्रूमेंट - 500
रामा स्टील ट्यूब - 250
अंबिका स्टील लि. - 250
पीपीई किट - मास्क - सैनिटाइजर
1150 - एक लाख - 250 मिली 10 हजार बोतल व 500 लीटर
क्या है सीएसआर फंड
निजी कंपनियों के अलावा सरकारी कंपनियों की सालाना टर्नओवर कम से कम 500 करोड़ रुपये या सालाना सालाना लाभ पांच करोड़ रुपये का हो। उनके लिए तीन साल के औसत मुनाफे का कम से कम दो प्रतिशत हिस्सा सीएसआर पर खर्च करना जरूरी है।
कई इकाइयों ने आक्सीजन प्लांट, वेंटीलेटर समेत जीवन रक्षक संसाधन उपलब्ध कराए हैं। एमएनसीयू भी जल्द बनाएंगे।
- बीरेंद्र कुमार, संयुक्त आयुक्त, उद्योग