क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
रोगों से मुक्ति पाने में सहायक हैं ज्योतिष शास्त्र के ये उपाय
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल को देखते हुए व्यक्ति और उसके जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में समझा और जाना जाता है। कहते हैं कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में उसके ग्रह निचले स्थान पर हों तो उसे रोगों का सामना करना पड़ता है।
विशेष तौर पर राहु-केतु के निचली स्थिति में होने से हड्डियों के रोग और मानसिक असंतुलन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जबकि मंगल ग्रह शारीरिक शक्ति, सूर्य ग्रह आंखें, बृहस्पति ग्रह लिवर, बुध ग्रह त्वचा, शनि ग्रह दांतों को प्रभावित करते हैं। इसलिए ज्योतिष शास्त्र में रोगों से मुक्ति पाने के लिए ग्रहों से संबंधित उपाय बताए गए हैं।
अपने हाथ से दान करें चने की दाल –
जो व्यक्ति बीमार है उसके हाथ से एक मुट्ठी चने की दाल दान करवाएं। अगर परिवार के लगभग सभी सदस्यों को बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है तो सभी के हाथ से एक-एक मुट्ठी चने की दाल दान करवाएं। इससे भगवान बृहस्पति देव की कृपा प्राप्त होगी और घर से रोग दूर भागेंगे। इस उपाय को बृहस्पतिवार के दिन करें। कहा जाता है कि इस उपाय को दो बार करने से ही परिणाम दिखने शुरू हो जाते हैं।
रोगी के पास रखें हरी सब्जी –
कोई भी कच्ची हरी सब्जी लेकर उसे रात को सोते समय रोगी के सिर के पास रख दें। फिर सुबह सूर्योदय से पहले उठकर उस सब्जी को किसी जरूरतमंद को दान में दें या गाय को खिलाएं। अगर सुबह यह करना संभव न हो तो इसे कूड़े के ढेर फेंक दें।
गाय को खिलाएं गुड़ और चने की दाल –
बृहस्पतिवार के दिन भीगी हुई चने की दाल और गुड़ लेकर रोगी के हाथ से गाय को खिलाएं। ऐसा माना जाता है कि गाय में तेंतीस करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए गाय की सेवा करने से सभी ग्रहों के दुष्परिणामों से भी मुक्ति मिलती है। जो लोग लम्बे समय से बीमार हैं उन्हें यह उपाय जरूर करना चाहिए।
दुर्गा स्तुति के पाठ से ग्रहों के शांत होने की है मान्यता
दुर्गा स्तुति और दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से नवग्रह शांत होते हैं। दुर्गा स्तुति में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जो व्यक्ति नवग्रहों की वजह से कष्ट सह रहा है उसे दुर्गा स्तुति या दुर्गा सप्तशती का पाठ रोजाना करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
राजेन्द्र गुप्ता
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद