क्लूटाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141

गाजियाबाद : बिजली का गलत बिल आ गया है तो घबराने की जरूरत नहीं है। बिल को ठीक करवाने के लिए मीटर रीडर और जेई की मिन्नतें भी नहीं करनी पड़ेगी। बिजली विभाग ने प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप उपभोक्ताओं को घर बैठे बिल ठीक करने की योजना बनाई है। पायल प्रोजेक्ट के तौर पर इस योजना को विद्युत वितरण खंड सप्तम (पटेलनगर) से शुरू किया जाएगा। अधिशासी अभियंता एसपी सिंह ने बताया कि एक-एक उपभोक्ता के गलत बिल को दो दिन के भीतर हर हाल में ठीक करके उनके घर मीटर रीडर के हाथों भेजा जाएगा। इसकी त्रिस्तरीय जांच एवं निगरानी होगी। क्षेत्रीय जेई, एसडीओ और लिपिक द्वारा फोन करके उपभोक्ता से ठीक बिल मिलने के बारे में पूछा जाएगा। उपभोक्ता द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर भी ठीक बिल भेजा जाएगा।
विद्युत वितरण खंड सप्तम (पटेलनगर) में कुल उपभोक्ताओं की संख्या 46 हजार है।
- प्रतिमाह बिजली उपयोग से 32 करोड़ की आय होती है।
- रोज 500-800 गलत बिल बनने की शिकायतें आती हैं।
योजना के बारे में जानकारी मीटर रीडर ग्राहक की आइडी के आधार पर बिल बनाएगा। खराब बिल अथवा अनुमान के आधार पर बिल बनाने पर बिल की प्रतिलिपि उपभोक्ता को नहीं दी जाएगी। सर्किल बिलिग क्लर्क, इंचार्ज और सुपरवाइजर को बिल भेजा जाएगा। एसडीओ कार्यालय पहुंचकर बिल ठीक किया जाएगा। फिर उपभोक्ता के मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। एडीओ द्वारा ठीक बिल मिलने के बारे में उपभोक्ता से पूछना अनिवार्य होगा। जानबूझकर लगातार गलत बिल बनाने वाले कंपनी के मीटर रीडर,सर्किल बिलिग क्लर्क, इंचार्ज और सुपरवाइजर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। इस योजना से उपभोक्ता को गलत बिल से छुटकारा मिलेगा और राजस्व की क्षति को बचाया जा सकेगा।