क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
डार्क मैटर क्या है - ब्रह्मांड के सबसे बड़े रहस्यों में गिनी जानेवाली इस एक पहेली को शायद अब वैज्ञानिक सुलझा सकेंगे. लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (एलएचसी) मंगलवार 5 जुलाई से फिर से अपनी पूरी ताक़त से काम करना शुरू कर रहा है.
ब्रह्मांड का तीन चौथाई हिस्सा डार्क मैटर से बना है. लेकिन वैज्ञानिकों को अब भी इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है.
अब स्विट्जरलैंड स्थित सर्न ( CERN) के नाम से मशहूर यूरोपियन ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ न्यूक्लियर रिसर्च में मौजूद दुनिया के सबसे ताकतवर पार्टिकल एक्सलरेटर - लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर - को डार्क मैटर की तलाश में मदद के लिए खास तौर पर अपग्रेड किया गया है.
अगर वैज्ञानिक डार्क मैटर के रहस्यों को समझने में कामयाब रहते हैं तो ये पहली बार नहीं होगा जब लार्ज हार्डन कोलाइडर यानी एलएचसी को बड़ी सफलता हासिल हो रही होगी.
इससे पहले इसने हिग्स बोसोन का पता लगाया था जो 21वीं शताब्दी की सबसे बड़ी खोजों में से एक थी. इस साल हिग्स बोसोन को खोजे जाने के दस साल पूरे हो जाएंगे. इस कण और इससे जुड़े क्षेत्र के बगैर ब्रह्मांड में कुछ भी नहीं होता.