क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
-वसुंधरा सेक्टर-2 स्थित गुर्जर सम्राट मिहिर भोज चौक पर गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर
माल्यार्पण कर नमन किया
गाजियाबाद: अखिल भारतीय वीर गुर्जर (एबीवीजी) महासभा द्वारा मंगलवार को 13वां अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस मनाया गया। वसुंधरा सेक्टर-2 स्थित गुर्जर सम्राट मिहिर भोज चौक पर सुबह करीब दस बजे गुर्जर समाज के लोग एकत्र हुए। इस दौरान मुख्य अतिथि पूर्व विधायक प्रशांत चौधरी व खोडा नगर पालिका की चेयरमैन रीना भाटी सहित सभी ने गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
मुख्य अतिथि पूर्व विधायक प्रशांत चौधरी ने कहा कि आदिवराह चक्रवर्ती गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज महान ने 50 वर्ष तक शासन किया। वे गुर्जर प्रतिहार वंश के सबसे प्रतापी राजा थे। गुर्जर प्रतिहार वंश ने 300 वर्षों तक विदेशी आक्रमणकारियों को भारत में घुसने नहीं दिया। सम्राट मिहिर भोज ने बटेश्वर, मुरैना के अलावा मध्य प्रदेश में 200 मंदिरों का निर्माण कराया जोकि आज भी मौजूद हैं। मिहिर भोज का जन्म 873 में हुआ था। मिहिर भोज की 36 लाख की सेना में 36 बिरादरी के लोग शामिल थे तथा शासन बेहद न्याय प्रिय था। आज उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही युवा अपना भविष्य संवार सकते है। उन्होंने युवाओं से सामाजिक बुराईयों व नशाखोरी से दूर रहने का आह्वान किया।
खोड़ा नगर पालिका की चेयरमैन रीना भाटी ने गुर्जर प्रतिहार वंश द्वारा सनातन धर्म की रक्षा करने वाले पूर्वजों के जीवन पर प्रकाश डाला और 1857 की क्रांति में अहम भूमिका निभाने वाले गुर्जर गांवों के योजना के बारे में जानकारी दी।
एबीवीजी महासभा के प्रदेश महासचिव एकलव्य बैसला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस हर वर्ष चक्रवर्ती गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की जयंती पर मनाया जाता है। इस बार जयंती पर 13वां अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस मनाया गया।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रियांक विकल, मोहित नागर, यशपाल भाटी, पार्षद विकास खासी, विनोद कसाना, योगेश भाटी, प्रवीन भाटी, सुशील प्रधान, विवेक विकल, अवतार भाटी, डब्बू पहलवान, दयानंद बंसल, राहुल भाटी, कपिल मावी, संदीप गुर्जर, प्रिंस धामा, राज सिंह गुर्जर, आकाश गुर्जर, विवेक बिधूड़ी, अभिषेक भाटी, विकास भाटी, अभिषेक मोतला, शिवम, अंकुर आदि मौजूद रहे।
कौन थे सम्राट मिहिर भोज
चक्रवर्ती गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज महान प्रतिहार वंश के महान राजा थे। गुर्जर प्रदेश (गुजरात) व गुर्जरी भाषा बोलने के कारण इस वंश को गुर्जर प्रतिहार वंश कहा गया। इन्होने लगभग 50 साल तक शासन किया था। इनका साम्राज्य अत्यन्त विशाल था और इसके अन्तर्गत वे क्षेत्र आते थे जो आधुनिक भारत के राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उड़ीसा, गुजरात, हिमाचल आदि राज्य कहलाते हैं। मिहिर भोज की जयंती पर हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस मनाया जाता है। यह जयंती विक्रमी संवत भादो मास के शुक्ल पक्ष की तृतीय (तीज) को होती है। जिसकी अंग्रेजी तारीख होली-दिवाली एवं अन्य त्योहारों की तरह बदलती रहती है। इनकी जयंती को गुर्जर समाज के लोग वर्ष 2010 से अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस के रूप में मनाते है। इस बार जयंती पर 13वां अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस मनाया गया।