क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
गाजियाबाद। श्रीकांत त्यागी पर गुंडा एक्ट लगाकर इनाम घोषित करने और परिवार को थाने में बिठाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के विरोध में त्यागी समाज ने रोष प्रकट किया। समाज ने श्रीकांत को रिहा करने का मांग की है। मामले की निष्पक्ष जांच के लिए शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल नोएडा कमिश्नर और भाजपा के उच्च स्तरीय नेताओं से मिलकर मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाएगा।
मंगलवार को आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में अखिल भारतीय त्यागी ब्राह्मण सभा में त्यागी समाज के लोगों ने एक सुर में घटना के राजनीतिकरण का विरोध किया। संस्था के महानगर अध्यक्ष सेवाराम त्यागी ने कहा कि श्रीकांत ने यदि गलत व्यवहार किया है तो पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करे। बैठक में सांसद द्वारा मामले का राजनीतिकरण करने और पुलिस कमिश्नर के साथ अभद्रता करने की निंदा की गई। पूर्व महानगर अध्यक्ष अजय त्यागी ने कहा घटना में त्यागी समाज को जिस तरह टारगेट किया जा रहा है उससे लग रहा है कि मामले को तूल देने के लिए पहले से ही योजना बनाई गई थी।
टीपी त्यागी ने भी बैठक में शामिल होकर श्रीकांत त्यागी पर गुंडा एक्ट लगाए जाने को प्रशासन की एक तरफा कार्रवाई बताया। गाजियाबाद अभिभावक एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने बताया कि त्यागी समाज मेहनतकश समाज है। किसी भी पार्टी या नेता की भरोसे नहीं है। जिस तरह त्यागी समाज को दबाया जा रहा है वह बेहद ही हैरतअंगेज है। बैठक में संजय बहेड़ी, नीरज त्यागी, पवन त्यागी, मुकेश त्यागी, प्रेमदत्त त्यागी मौजूद रहे।
ब्रह्म ऋषि परिषद भी समर्थन में आई
राष्ट्रीय ब्रह्म ऋषि परिषद भारत गणराज्य ने राजनगर एक्सटेंशन में बैठक कर श्रीकांत त्यागी प्रकरण को एकतरफा कार्रवाई बताते हुए मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की। संस्था के अध्यक्ष कपिल त्यागी ने कहा कि जिस तरह से दोनों पक्षों में समझौता कराने के बजाय इसे जातिगत मुद्दा बनाकर वैमनस्य पैदा किया जा रहा है वह बेहद ही चिंताजनक है। इस दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चेतन त्यागी, राष्ट्रीय प्रवक्ता विकास त्यागी, राष्ट्रीय सचिव अभिषेक त्यागी, संगठन मंत्री अंकुर त्यागी, उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष भीम सिंह समेत त्यागी समाज के लोग मौजूद रहे।