स्वजन ने एसटीपी प्लांट के अधिकारियों व कर्मचारियों पर अंकुर की हत्या कर शव को फेंकने का आरोप August 09, 2022 • jitender क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141मोदीनगर : निवाड़ी रोड पर जगतपुरी कालोनी में एसटीपी( सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) के टैंक में स्टोर कीपर अंकुर का शव रविवार देर शाम मिला। स्वजन ने प्लांट के अधिकारियों व कर्मचारियों पर अंकुर की हत्या कर शव को फेंकने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव प्लांट परिसर में ही रख दिया। सूचना पर एसपी देहात डा. ंईरज राजा समेत पुलिस-प्रशासनिक विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। देर रात तक अधिकारियों व स्वजन में वार्ता चली। लेकिन उनके बीच सहमति नहीं बन सकी।संजयपुरी कालोनी के अंकुर सीवरेज प्लांट में स्टोर कीपर थे। पिता सुंदर के मुताबिक, रविवार को ड्यूटी से वह पांच बजे घर आए गए थे। लेकिन, थोड़ी ही देर बाद उन्हें फोन कर दोबारा से प्लांट पर बुला लिया गया। परंतु रात तक भी अंकुर घर नहीं पहुंचे। चिता हुई तो स्वजन ने उन पर फोन किया, लेकिन मोबाइल बंद आ रहा था। परेशान होकर वे थाने पहुंचे और पुलिस को सारी बात बताई। पुलिस ने प्लांट में पहुंचकर छानबीन की तो प्लांट के तीन नंबर टैंक के पास से अंकुर की चप्पल व मोबाइल मिला। सोमवार सुबह अंकुर के स्वजन बड़ी संख्या में लोगों के साथ प्लांट पर पहुंच गए। इसके बाद प्लांट के टैंक नंबर तीन को खाली कराया गया। सोमवार देर शाम तक प्लांट खाली हुआ तो उसमें अनुज का शव मिला। सूचना पर संजय पुरी समेत आसपास की कालोनियों से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। प्लांट का दरवाजा बंद कर शव को परिसर में रख दिया। आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। पत्नी मानवी बेहोश भी हो गई। हंगामा करते हुए लोगों ने प्लांट परिसर में खिड़कियों के शीशे भी तोड़ दिए। हंगामा बढ़ता देख निवाड़ी, भोजपुर थाने से भी बल को बुलाया गया। एसपी देहात, सीओ, एसडीएम भी मौके पर पहुंचे। लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, हंगामा कर रहे लोगों केवल आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। देर रात तक भी अधिकारी उनकी मान-मनौव्वल में लगे रहे। एसपीटी के ठेकेदार आदि लोग भी मौके पर पहुंचे। कई बार वार्ता हुई। लेकिन, सहमति नहीं बन सकी। मामले में सीओ मोदीनगर सुनील कुमार ने बताया कि सुंदर की तहरीर पर छानबीन चल रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का सही कारण स्पष्ट होगा। जल्दबाजी में कुछ भी कहना सही नहीं होगा।