मुंहबोली अंधी बहन को भाई ने अपनी आँखें कर दी दान, रक्षाबंधन पर सबसे बड़ा गिफ्ट

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

दुनियाभर में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा रहा है. जिसमें हर भाई अपनी बहन को उपहार में उसकी रक्षा आशीर्वाद समेत शुभाकामनाएं देता है. लेकिन एक ऐसा भी भाई है, जिसने अपनी अंधी बहन को खुद की आँखें दान देकर सबसे बड़ा गिफ्ट दे दिया है.

भाई बहन के पवित्र त्यौहार को धूमधाम से मनाया गया. वहीँ उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में भाई बहन का अनोखा प्रेम देखने को मिला। चंदौली जिले में एक जन्मजात दृष्टिहीन बहन को रक्षाबंधन पर अमूल्य उपहार मिला। जहां पर उसके मुंह बोले भाई ने उस दृष्टिहीन बालिका से रक्षाबंधन बनवाया और उसके आंखों की रोशनी लौटाने का वादा किया. अंकित का कहना कि, अब वो अपनी बहन की ऑंखें जरूर, लिए एक्सपर्ट और डॉक्टरों से भी बात की गई है. ऐसे में यदि आँखें दान करनी पड़ी तो भी पीछे नहीं हटेंगे। हमारी संस्था के माध्यम से हम अपनी बहन के आँखों की रौशनी वापस लाकर रहेंगे।

Symbolic Pics of Raksha Bandhan in Chandauli
वनवासी बस्ती की बालिका से राखी बंधवाई

नवयुवक जन सेवा समिति सैयदराजा के अध्यक्ष अंकित जायसवाल रक्षाबंधन के दिन सदर तहसील के बगही गांव पहुंचे, यहां पर उन्होंने वनवासी बस्ती में रहने वाली सरोज नाम की बालिका से राखी बंधवाई। सरोज जन्म से दृष्टिहीन है समाज सेवा के दौरान कई बार बगही गांव में अंकित का आना जाना हुआ, उन्होंने सरोज को अपनी मुंह बोली बहन बना लिया।

भाई बहन के अटूट प्यार के पर्व पर अंकित जायसवाल ने सरोज से राखी बनवाई और उसको उपहार भी दिए। यही नही अंकित ने अपनी मुंह बोली बहन को भरोसा दिलाया कि वह उसकी आंखों की रोशनी लौटाएगा और वह फिर से दुनिया देख पाएगी।
हर परिस्थिति में उसका साथ

अंकित जायसवाल ने बताया कि राखी के दिन बगही की बेटी सरोज से राखी बँधवाया और अपनी बहन बनाया l सरोज जन्म से दृष्टिहीन हैं । इस वर्ष जाड़े के मौसम में बहन की आँख नव युवक जनसेवा समिति के माध्यम से बनवाया जाएगा। सभी के आशीर्वाद से जल्द ही बहन की आँख में रोशनी लौटेगी। मेरी सभी से अपील है की हर वर्ष किसी ज़रूरत मंद बहन से राखी बँधवाकर ये संकल्प लेना चाहिए उसके हर परिस्थिति में उसका साथ देना है। इस दौरान आज़ादी के अमृत महोत्सव अभियान को देखते हुए वनवासी बस्ती के बच्चों को तिरंगा वितरण किया गया और देश के प्रति उनके कर्तव्य को बताया गया l