CWG 2022: निखत जरीन ने कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता गोल्ड, फाइनल में 5-0 से दर्ज की जीत

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

CWG 2022: भारत की स्टार बॉक्सर निखत जरीन ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के बॉक्सिंग में 50 किलो वर्ग के फाइनल मुकाबले को जीत लिया है और स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है।

Nikhat Zareen, CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में स्टार बॉक्सर निखत जरीन ने 50 किलो वर्ग महिला बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। उन्होंने फाइनल मुकाबले में उत्तरी आयरलैंड की खिलाड़ी कारली को 5-0 से एकतरफा अंदाज में हराया। बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का यह बॉक्सिंग में तीसरा और कुल 48वां पदक है। इसके अलावा निखत ने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में न सिर्फ पदक जीता बल्कि स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स से कुछ समय पहले ही निखत ने आईबीए वूमेन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप (IBA Women's World Championship) जीती थी

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Nikhat Zareen
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 इससे पहले भारत की चैंपियन बॉक्सर निखत जरीन ने 50 किलो वर्ग में मोजांबि की हेलेना इस्माइल को राउंड 16 में हराया। जरीन ने अपनी प्रतिद्वंदी से किसी खिलौने की तरह खेलती हुई नजर आई और फाइनल राउंड में 48 सेकंड पहले ही मुकाबला समाप्त कर किया। इसके बाद निखत जरीन ने अगले दौर में अनुभवी वेल्स की Helen Jones की भी हराया था।

2011 में निखत ने वीमेन जूनियर और यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता, उसके बाद 2014 में यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर, इसी साल उन्होंने सर्बिया में हुए नेशनल कप में इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट मे गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद उन्होंने 2016 में सीनियर राष्ट्रीय वूमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता, 2019 थाईलैंड ओपन बॉक्सिंग टूर्नामेंट में सिल्वर पदक जीता और अभी हाल ही में हुए मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में गोल्ड पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाया था।
14 जून 1996 को तेलंगाना के निजामाबाद में जन्मी निखत जरीन के पिता का नाम मोहम्मद जमील अहमद और मां का नाम परवीन सुल्ताना है। उन्होंने निजामाबाद के निर्मला गर्ल्स हाई स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा और उसके बाद एवी कॉलेज हैदराबाद से बैचलर ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई पूरी की है। बता दें कि बॉक्सिंग निखत को उनके पिता जमील अहमद ने ही सिखाई है। लेकिन इसके बाद साल 2009 में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के विशाखापट्टनम सेंटर में द्रोणाचार्य पुरस्कृत कोच IV राव के अंडर बॉक्सिंग सीखी और इसके 1 साल बाद ही वह 2010 में गोल्डन बेस्ट बॉक्सर के अवार्ड से इरोड राष्ट्रीय चैंपियनशिप में नवाजी गई। इसके बाद निखत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।