क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
जयेश व उनके साथियों ने स्वदेशी ड्रोन फ्लाइट कंट्रोलर निर्मित किया है। इस फ्लाइट कंट्रोलर को ‘अल्फा’ नाम दिया गया है। इसमें लगे सेंसर से रेडियो संदेश कहीं भी प्रसारित हो सकेंगे। अभी तक ऐसे ड्रोन को बनाने के लिए फ्लाइट कंट्रोलर के साथ ही अन्य सामान विदेश से मंगाना पड़ता था।
गाजियाबाद स्थित श्री अजय कुमार गर्ग टेक्नालाजी कालेज में बीटेक के छात्र जयेश व उनकी टीम को प्रथम पुरस्कार के तौर पर एक लाख रुपये प्रदान किए गए हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अनिल सरस्वती विद्यालय से हुई है। यह प्रतियोगिता भिलाई इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी दुर्ग छत्तीसगढ़ में हुई थी।
उनकी टीम के लीडर ईशान सिंह व सदस्य जयेश के साथ ही महीप कुमार, अमन मिश्र, ईशान सिंह, अग्रता तिवारी व श्रुति गुप्ता हैं। इस टीम का नाम अल्फा गीक्स है। जयेश और उनकी टीम का लक्ष्य ऐसा ड्रोन विकसित करना था, जो पूरी तरह से भारत में बना हो। इसके लिए छात्रों ने स्वदेशी रिमोट कंट्रोलर और फ्लाइट कंट्रोलर बनाया।
फ्लाइट कंट्रोलर एक तरह से ड्रोन का मस्तिष्क होता है, जो इसे हवा में स्थिर रखने में मदद करता है। ड्रोन के इसी मस्तिष्क को अल्फा नाम दिया गया है। ड्रोन में आपातकालीन घोषणा प्रणाली भी विकसित की गई है। मसलन यदि आप कहीं आपात स्थिति में है और पुलिस बल अथवा सहायता नहीं पहुंच पा रही तो ड्रोन से घोषणा कराई जा सकती है।
इसके लिए सरकार की अनुमति पर संदेश को रेडियो से प्रसारित किया जा सकता है। इसकी रेंज एक किलोमीटर है। जयेश ने बताया कि भविष्य में ड्रोन में लाइव वीडियो कैप्चरिंग, पार्सल डिलीवरी और मौसम निगरानी जैसी क्षमता विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही इसके पेटेंट के लिए कालेज के माध्यम से प्रयास किया जाएगा।