क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
अब गाजियाबाद के DM राकेश कुमार सिंह और CDO विक्रमादित्य मलिक दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में 26 सितंबर को सम्मानित होंगे। ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव कर्मा जिंपा भुटिया की ओर से दोनों अफसरों को न्योता भेजा गया है।
इसमें उत्तर प्रदेश से गाजियाबाद, शाहजहांपुर और बलिया जिले शामिल थे। ये जिले भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के 99 अनाम स्वतंत्रता सेनानी नायकों के जन्मस्थान से जुड़े हुए हैं।
स्वतंत्रता सेनानी दुर्गावती का संबंध गाजियाबाद से है। इन जनपदों का चयन मासिक प्रति व्यक्ति संकेतक और जनगणना-2011 के डेटा के आधार पर किया गया था। यह अभियान वर्ष भर चलने वाले 'आजादी के अमृत महोत्सव' के तहत शुरू किया गया है।
ये थीं प्रमुख योजनाएं
- सभी दिव्यांगों के लिए यूडीआईडी कार्ड
- SAM बच्चों की पहचान करके उनका पोषण
- प्रधानमंत्री जन धन, जीवन ज्योति और सुरक्षा बीमा योजना का लाभ
- कौशल केंद्रों की स्थापना
- पीएम किसान योजना में प्रत्येक किसान का रजिस्ट्रेशन और पैसा ट्रांसफर
- हर घर दस्तक में कोविड टीकाकरण पर जोर
- पशुओं का FMD टीकाकरण
- पशुपालक और डेयरी किसानों को केसीसी का लाभ
- सभी प्रकार के श्रमिकों का डेटाबेस तैयार करना
- कृषि उद्यमी पाठ्यक्रम शुरू करना
जब वह भगत सिंह और उनके दल में शामिल हुईं तो उन्हें आजादी के लिए लड़ने का मौका भी मिला। भारत की आजादी के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना अंग्रेजों से लड़ीं। वे स्वतंत्रता सेनानियों की हर आक्रामक योजना का हिस्सा बनी।
दुर्गा भाभी बम बनाती थीं तो अंग्रेजों से लोहा लेने जा रहे देश के सपूतों को टीका लगाकर विजय पथ पर भी भेजती थीं। बाद में दुर्गावती उर्फ दुर्गा भाभी की गिरफ्तारी हुई। जेल से रिहाई के बाद साल-1935 में वे गाजियाबाद में आ गईं।
एक स्कूल में नौकरी करने लगीं। 15 अक्तूबर 1999 को उनका निधन हो गया। इन्हीं दुर्गा भाभी की वजह से केंद्र सरकार ने इस अभियान में गाजियाबाद को भी शामिल किया।