क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
शास्त्रों के अनुसार कन्या संक्रांति के दिन ही विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन संसार के पहले हस्तशिल्पी कलाकार भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था। तो आइए जानते हैं इस साल विश्वकर्मा जयंती कब पड़ रही है और इसकी पूजा विधि...
Vishwakarma Jayanti 2022 Date, Shubh Muhurat And Puja Vidhi: हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विश्वकर्मा जयंती भगवान विश्वकर्मा के जन्मोत्सव के रूप में हर साल कन्या संक्रांति के दिन मनाई जाती है। इस साल 17 सितंबर 2022 को विश्वकर्मा जयंती मनाई जाएगी। वहीं इस वर्ष विश्वकर्मा जयंती के दिन सिद्ध योग का निर्माण हो रहा है। हिन्दू धर्म में भगवान विश्वकर्मा को सम्पूर्ण विश्व के रचयिता के रूप में जाना जाता है। प्राचीन समय में उन्होनें ही मंदिरों, देवताओं के महल और अस्त्र-शस्त्रों आदि का निर्माण किया था। मान्यता अनुसार इस दिन विशेष रूप से औजारों की पूजा की जाती है।
विश्वकर्मा जयंती 2022 शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर 2022 को पूजा के लिए तीन शुभ मुहूर्त हैं। पहला मुहूर्त सुबह 07:39 बजे से सुबह 09:11 बजे तक है। दूसरा मुहूर्त दोपहर 01:48 बजे से दोपहर 03:20 बजे तक और फिर तीसरा पूजा का मुहूर्त दोपहर 03:20 बजे से शाम 04:52 बजे तक है।
विश्वकर्मा जयंती पूजा विधि
ज्योतिष अनुसार विश्वकर्मा जयंती के दिन सुबह स्नानादि से निर्वृत होने के पश्चात स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा स्थल की सफाई करें। इसके बाद वहां भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करके पूजन करें। इसके लिए सबसे पहले भगवान विश्वकर्मा को हल्दी, अक्षत, फूल, पान, सुपारी, लौंग, फल और मिठाई अर्पित करें। इसके बाद धूप-दीप जलाकर आरती करें और भगवान विश्वकर्मा को रक्षासूत्र चढ़ाएं। पूजन के बाद मंत्र जाप करें। शास्त्रों के अनुसार इस दिन अपने कार्यालय की मशीनों और औजारों की पूजा करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे आपके कारोबार में वृद्धि होती है। पूजन के बाद प्रसाद वितरित करें और स्वयं भी खाएं।